धर्मेंद्र यादव, निवाड़ी। मध्यप्रदेश के निवाड़ी जिले में शराब में लिप्त बेटे ने अपनी मां और पत्नी को मौत के घाट उतार दिया था। पिता के जेल जाने के बाद उसकी 4 बच्चियों बेसहारा हो गई थी। हालांकि बच्चियों की बुआ जैसे तैसे उनका पालन पोषण कर रही थी। लेकिन अब निवाड़ी कोतवाली थाना प्रभारी ने बच्चियों के लालन पालन में मदद का भरोसा दिलाया है।

आपको बता दें कि 19 अप्रैल 2021 को मुड़ारा के पास ईट भट्टे पर काम कर रहे आदिवासी परिवार के एक कलयुगी बेटे ने अपनी मां सहित पत्नी को मौत के घाट उतार दिया था। जिसके कारण उनकी मासूम 4 बच्चियां बेघर हो गई थी, उनके परिवार में अन्य कोई सदस्य उनका लालन-पालन करने वाला नहीं बचा था।

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इस जिम्मेदारी को बच्चियों की बुआ मालती आदिवासी ने बखूबी निभाया और पिछले लगभग 1 वर्ष से मालती बुआ ग्राम शक्ति भैरव में अपनी ससुराल में अकेले ही अपने 5 बच्चों सहित चार भतीजियों का भी लालन-पालन मेहनत और मजदूरी से कर रही है, जबकि उनके पति भी बाहर मजदूरी करते हैं।

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थाना प्रभारी सुरेंद्र नाथ सिंह ने बताया कि बच्चियों का पिता अपनी पत्नी और मां की हत्या के जुर्म में जेल में बंद है। बच्चियां बीमार हैं और उनकी बुआ के पास इलाज के भी पैसे नहीं है। उनकी बहुत ही दयनीय स्थिति है। इस स्थिति को देखते हुए मैंने अपने परिवार में विचार विमर्श किया और बच्चियों की परवरिश में मदद की जिम्मेदारी ली।

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