दिनेश शर्मा, सागर। मध्यप्रदेश के सागर नगर निगम (Sagar Municipal Corporation) की साधारण सभा की बैठक में पालतू कुत्तों (Dog) के पालने पर टैक्स (TAX) लगाने का निर्णय लिया गया है। प्रदेश में ऐसा करने वाला पहला सागर नगर निगम होगा। नगर के प्रमुख स्थानों पर पागल कुत्तों को पकड़ने पिंजरे भी रखे जाएंगे। इसके लिए नगर निगम ने निर्देश जारी कर दिए है।
साधारण सभा की बैठक में लिए गए इस फैसले के विषय में नगर निगम अध्यक्ष वृंदावन अहिरवार का कहना है कि इस निर्णय को लागू करने से पूर्व प्रशासन द्वारा अन्य नगर निगमों जहां इस प्रकार का टैक्स लिया जाता है उसका अध्ययन कर इसे लागू किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इससे पालतू कुत्तों की पहचान सुनिश्चित हो जाएगी। उनका टीकाकरण हुआ है या नहीं यह पता चल सकेगा। इसके साथ ही आवारा और पालतू कुत्तों की पहचान सरल हो जाएगी। इसके बाद आवारा कुत्तों को निगम प्रशासन पकड़कर जंगलों में छोड़ेगा।
वहीं निगम प्रशासन के इस निर्णय पर शहर के कुत्ता मालिकों ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि नगर निगम टैक्स लेगा, तो फिर राशनकार्ड में भी कुत्तों का नाम दर्ज किया जाये। साथ ही उन्हें सड़क पर शौच करने की जगह सुनिश्चित की जाए।
फंदे में फंसा तेंदुआ, रेस्क्यू कर निकाला
उत्तर वन मंडल के परिक्षेत्र बांदरी के अंतर्गत बीट आराटीला में वन एवं राजस्व क्षेत्र की सीमा के नजदीक एक नर तेंदुआ (Leopard) के फंदे में फंसे होने की सूचना मिली। परिक्षेत्र अधिकारी बांदरी वी.एन. सोलंकी ने इसकी सूचना उपवन मंडल अधिकारी हेंमत यादव को दी। मौका स्थल पर दोनों अधिकारियों ने निरीक्षण में पाया गया कि तेंदुआ तार के फंदे में फंसा हुआ है। मौके पर स्थिति को देखते हुए तेंदुए को बेहोश कर निकालने का निर्णय लिया गया।
VIDEO: तार की फेंसिंग में फंसा तेंदुआ, मौके पर पहुंची वन विभाग और बांधवगढ़ की टीम ने किया Rescue
वनमंडल अधिकारी डी.एस. डोडवे के द्वारा मुकुदपुर जू रीवा से डॉ. तोमर को रेस्क्यू (Rescue) के लिया बुलाया गया था। रेस्क्यू टीम मौका स्थल पर रात्रि लगभग 7 बजे पहुंची। जहां विशेषज्ञों ने तेंदुए को बेहोश कर फंदे से निकाला। इसके बाद स्वास्थ्य परीक्षण कर उसे विचरण के लिए नौरादेही अभ्यारण में रात्रि लगभग 2 बजे छोड़ा गया। फिलहाल क्षेत्र के डॉग स्कावड द्वारा सर्च किया जा रहा है, जिससे तार लगाने वाले अपराधी का पता चल सके।
देवरी के केसली खरीदी केंद्र पर भष्टाचार
सागर के केसली मंडी परिसर में बने दिगंबर स्वसहायता समूह खरीद केंद्र में कथित तौर पर किसानों से खरीदी गई धान (Paddy) की 38 हजार बोरियों में सिर्फ भूसा भरा मिला। एक स्थानीय युवक द्वारा सोशल मीडिया (Social Media) पर किये गए इस खुलासे के बाद हड़कंप मच गया। मौके पर तहसीलदार और खाद्य विभाग के अधिकारी पहुंचे और खरीद केंद्र को सील कर जांच कार्रवाई शुरू की। इस बीच खरीद केंद्र संचालक सहित कर्मचारी मौके से भाग निकले। पूरे मंडी परिसर में रखी लगभग 38 हजार बोरियो में धान की जगह भूसा भर दिया गया था। जिसे किसान से खरीदी गई धान बता कर भुगतान लेने की तैयारी थी।
इस महाघोटाले में मंडी, सहकारिता और खाद्य विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों की मिलीभगत से इनकार नहीं किया जा सकता। बहरहाल खुलासे के बाद मचे हड़कंप के बीच तहसीलदार के साथ खाद्य अधिकारी पलक खरे मौके पर पहुंची और मुआयना किया। खाद्य अधिकारी ने भी माना कि लगभग 38 हजार बोरियो में धान की जगह भूसा भरा हुआ है। उन्होंने कहा कि परिसर को सील कर जांच की जा रही है। फिर नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी। दूसरी तरफ स्थानीय कांग्रेस विधायक और पूर्व मंत्री हर्ष यादव (Harsh Yadav) ने इस घोटाले के सामने आने के बाद कहा कि मामला बेहद संवेदनशील है। दोषियों पर कड़ी कार्रवाई होना चाहिए।
Read more- Health Ministry Deploys an Expert Team to Kerala to Take Stock of Zika Virus
- छत्तीसगढ़ की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- उत्तर प्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- लल्लूराम डॉट कॉम की खबरें English में पढ़ने यहां क्लिक करें
- खेल की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
- मनोरंजन की बड़ी खबरें पढ़ने के लिए करें क्लिक