भोपाल। कोरोना की चौथी लहर की आशंका के बीच मध्यप्रदेश में कोरोना संक्रमण के मामले में फिर उतार चढ़ाव देखने को मिल रहा है. कोरोना का खतरा मंडराने लगा है. रविवार को प्रदेश में कोरोना के 21 नए मरीज सामने आए हैं. आज 4 मरीज मिले हैं. प्रदेश में अभी एक्टिव केस की संख्या 70 पहुंच गई है. एमपी में लगातार कोरोना सैंपल लिए जा रहे हैं.

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अब कोरोना को लेकर एमपी सरकार अलर्ट पर है. सीएम शिवराज कोरोना की स्थिति पर समीक्षा बैठक ली. मुख्यमंत्री शिवराज ने टेस्टिंग बढ़ाने के निर्देश दिए हैं. इस बैठक में स्वास्थ्य मंत्री, चिकित्सा शिक्षा मंत्री और विभाग के अधिकारी मौजूद रहे. मध्यप्रदेश में फ़िलहाल कोरोना क़ाबू में है. 27 अप्रैल को प्रदेश के मुख्यमंत्रियों के साथ पीएम मोदी भी बैठक करेंगे.

एसीएस सुलेमान ने बैठक में कोरोना की वर्तमान स्थिति का प्रजेंटेशन दिया. जिन राज्यों में कोरोना के केस तुलनात्मक रूप से अधिक हैं, उन पर नजर रखें. लोगों को जागरूक करें अस्पतालों में व्यवस्थाएं सुनिश्चित रखी जाए. मध्यप्रदेश में स्थिति सामान्य है. 52 में से 48 जिलों में एक भी कोरोना प्रकरण नहीं है. मध्यप्रदेश में रिकवरी रेट 3.6 प्रतिशत है. प्रदेश के 4 जिलों में आज 4 पॉजिटिव केस मिले. अब तक प्रदेश में कुल 70 एक्टिव केस हैं.

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कोरोना को लेकर चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने कहा कि फिलहाल मध्यप्रदेश में ऐसी कोई स्थिति नहीं है. जिससे कोई प्रतिबंध लगाया जाए. ऐसा कोई विचार भी नहीं है, लेकिन सब लोग ख़ुद को और अपने परिवार को सुरक्षित रखें.

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मध्य प्रदेश से सटे राज्यों में भी कोरोना के ओमिक्रोन के नए वैरियंट XE के मामलों में अचानक आई तेजी के बाद स्वास्थ्य विभाग ने अलर्ट जारी किया है. विभाग ने राज्य के सभी कलेक्टरों और सीएमएचओ को अलर्ट रहने, बुखार और अन्य संभावित लक्षणों पर आरटीपीसीआर टेस्ट और अस्पतालों में उचित तैयारी के निर्देश जारी किए हैं.

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निर्देश में कहा गया है कि XE वेरिएंट में ट्रांसमिशन रेट ज्यादा है, जिससे संक्रमण भी काफी तेज है. इसलिए अस्पतालों में भर्ती कोरोना मरीजों पर लगातार नजर रखी जाए. जिससे कोरोना की चौथी लहर आने से रोका जा सके. दोबारा पहले जैसे स्थिति न बने.

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