शब्बीर अहमद, भोपाल। मध्य प्रदेश के चर्चित नर्सिंग कॉलेज घोटाले को लेकर कार्रवाई तेज हो गई है। 73 डेफिसिएंट नर्सिंग कॉलेजेज की मान्यता पर खतरा मंडराने लगा है। प्रशासन के द्वारा 30 डिफिशिएंट नर्सिंग महाविद्यालय के संचालकों को भोपाल बुलाया गया है। 30 और 31 जुलाई को सुबह 10 बजे बैठक होगी। यहां डिफिशिएंट कॉलेज के भविष्य पर फैसला लिया जाएगा। 30 जुलाई को 15 कॉलेज और 31 जुलाई को भी 15 कॉलेजों को बुलाया गया है। वहीं बचे हुए 43 कॉलेज को बाद में बुलाया जाएगा। 

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बता दें कि डिफिशिएंट कॉलेज को कमियां दूर करने के निर्देश दिए गए थे। हाईकोर्ट के निर्देश पर एक कमेटी भी बनाई गई थी। अब कमेटी डिफिशिएंट कॉलेजों की सौपी गई डिफिशिएंस रिपोर्ट पर फैसला लेगी। 1 जून तक नर्सिंग काउंसिल कोडिफिशिएंट कॉलेज को अपनी रिपोर्ट देनी थी। 

सीबीआई की जांच रिपोर्ट में 73 नर्सिंग कॉलेज पाए गए थे डेफिसिएंट

मध्य प्रदेश के विभिन्न नर्सिंग कॉलेजेज को 31 मार्च, 2024 तक खामियों को दूर करने के लिए कहा गया था, लेकिन सीबीआई जांच रिपोर्ट कुल 73 नर्सिंग कॉलेज डेफिसिएंट पाए गए थे।  अब 1 जून के बाद जमा रिपोर्ट सौंपने के बाद कामों के आधार पर नर्सिंग कॉलेज के भविष्य पर फैसला लिया जाएगा। 

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