कर्ण मिश्रा,ग्वालियर। ग्वालियर जिले की दो दर्जन से ज्यादा पंचायतों में सरपंच का चुनाव लड़ने वाले प्रत्याशियों ने गड़बड़ी का आरोप लगाया है. यही कारण है कि उन्होंने पीठासीन अधिकारियों के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. डबरा, भितरवार, घाटीगांव जनपद के अंतर्गत आने वाली करीब 24 पंचायतों में सरपंच का चुनाव विवादों में घिर गया है. ऐसा इसलिए क्योंकि इन पंचायतों में सरपंच का चुनाव लड़ने वाले प्रत्याशियों ने पीठासीन और अधीनस्थ चुनाव अधिकारियों पर गंभीर आरोप लगाया है.

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उनका आरोप है कि मतगणना वाले दिन पीठासीन अधिकारियों ने कागजों में उनके साथ हेरा फेरी की है. उन्हें नियमानुसार प्रारूप 17 पर जो दस्तावेज काउंटिंग के बाद दिए गए उसमें उनके मत ज्यादा थे. उसके बावजूद हारे हुए प्रत्याशी को कम मत मिलने पर भी जीत का प्रमाण पत्र दे दिया गया. चुनाव अधिकारी खुद के द्वारा दिए गए दस्तावेज को भी अब मान्य नहीं कर रहे हैं, जो सीधे तौर पर लोकतंत्र की हत्या है.

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सबसे खास बात यह है कि मतगणना समाप्ति के दौरान उन्होंने जब आपत्ति लेते हुए पीठासीन अधिकारियों से शिकायतें की. उसके बाद भी पुर्नमतगणना नहीं कराई गई. लिहाजा इन 24 पंचायतों में सरपंच का चुनाव लड़े प्रत्याशी मंगलवार को कलेक्ट्रेट पहुंचे और प्रशासन को ज्ञापन दिया है. इन सरपंच प्रत्याशियों का कहना है कि वह चुनाव जीते हैं, जबकि पीठासीन अधिकारियों ने मतगणना में गड़बड़ी करके उनको हरा दिया है. इन प्रत्याशियों ने कहा कि प्रशासन ने उनकी मांग पर ध्यान नहीं दिया, तो 7 दिन के बाद सभी प्रत्याशी 27 जुलाई को ग्वालियर में बड़ा चक्का जाम करेंगे.

सरपंच प्रत्याशियों की शिकायत को प्रशासन ने गंभीरता से लिया है. एडीएम ने कहा कि इन प्रत्याशियों की आपत्तियों को संबंधित अधिकारियों के सामने पहुंचाया जाएगा. किसी तरह की गड़बड़ी होने पर तत्काल उचित निर्णय लिया जाएगा. सभी प्रत्याशियों को इलेक्शन पिटीशन SDM कोर्ट में दाखिल करने की भी सलाह दी गई है.

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