मनीष राठौर, राजगढ़. राजगढ़ जिले के ग्राम कड़िया सांसी निवासी शुभम सिसोदिया पिता लाडनू सिंह सिसोदिया के साथ बोड़ा थाना व नरसिंहगढ थाना के स्टॉप द्वारा असत्य रूप से बंदी बनाये जाकर दो दिवस तक थाने में रखकर मारपीट की जाकर गम्भीर चोंटे पहुंचाने जाने के सम्बंध में दोषी कर्मचारियों के विरुद्ध दण्डात्मक कार्रवाई कर आवेदन दिया था.

 29-5-2022 को सुबह 11.30 बजे शुभम अपने परिवार कार्यक्रम में भैसवा माता मंदिर गया था, जंहा उस दिन दोपहर 2.30 बजे के लगभग बोड़ा पुलिस द्वारा कार्यक्रम में पहुंच गए. प्रार्थी के मुताबिक आवेदक को जबरन बंदी बनाया व अपनी गाड़ी में बैठा लिया. इस दौरान आवेदक व आवेदक शुभम द्वारा बार-बार पुलिस पूछता रहा कि उसका क्या अपराध है, इस विषय मे पुलिस ने कोई जवाब नहीं दिया. प्रार्थी ने दावा किया है कि उसका वीडियो भी मौजूद है.

सुने क्या कह रहे है पुलिस अधीक्षक प्रदीप शर्मा

 वहीं इसके बाद गाड़ी में बैठाकर बोड़ा थाने के लिये निकल गए. वहीं रास्ते में भी मारपीट करते हुए बोड़ा थाने में भी जमकर मारपीट की और उसके बाद प्रार्थी को नरसिंहगढ थाने भेज दिया गया. प्रार्थी ने दावा किया है कि उसके बाद दूसरे दिन उसे फिर बोड़ा लेकर आये जंहा उसके साथ काफी मारपीट की गई, जिसमे काफी चोंटे आई. पीड़ित ने ये भी आरोप लगाया कि कुछ कागजों में लिखा पढ़ी करते हुए बोड़ा थाना प्रभारी रामनरेश राठौर ने 50 हज़ार रुपये लेकर उसे छोड़ दिया.

 इधर राजगढ़ पुलिस अधीक्षक प्रदीप शर्मा ने  बोड़ा थाना के चार आरक्षक को निलंबित कर दिया गया. एसपी ने एक्शन लेते हुए चार आरक्षकों को निलंबित कर दिया. जिसमे बोड़ा थाने पदस्थ  आरक्षक भंवर सिंह परमार, श्याम लाल, प्रवीण, वीरेंद्र रावत और गौरव रघुवंशी शामिल है.