भोपाल। मध्य प्रदेश के स्कूल शिक्षा मंत्री उदय प्रताप सिंह के बयान पर सियासी बवाल मच गया है। कांग्रेस ने उनके बयान पर जमकर हमला बोला हैं। कहा कि यह आपके और आपके पिताजी का घर नहीं है। यह घर हिंदुस्तान और मध्य प्रदेश की जनता का है। उनका अधिकार है कि नियमित रोजगार प्राप्त करें। इतना ही नहीं कांग्रेस ने इस्तीफे की भी मांग की है। कहा कि अतिथि शिक्षकों के बारे में जिस तरह की भाषा का इस्तेमाल किया वो घोर आपत्तिजनक है! जिस देश में बच्चों को अतिथि देवो भव के संस्कार दिए जाते हों, वहां नेताओं के ऐसे बोल शोभा नहीं देते!

नेता प्रतिपक्ष ने कहा- ऐसी भाषा बोलने वालों पर नकले कसना चाहिए

नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंगार ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट एक्स (X) पर पोस्ट कर लिखा- वाह शिक्षा मंत्री जी … !!! आपके बोल BJP के संस्कार और सभ्यता वाली शिक्षा दर्शाते हैं! अतिथि शिक्षकों के बारे में आपने जिस तरह की भाषा का इस्तेमाल किया वो घोर आपत्तिजनक है! जिस देश में बच्चों को अतिथि देवो भव के संस्कार दिए जाते हों, वहां नेताओं के ऐसे बोल शोभा नहीं देते! अतिथि शिक्षकों के जो अधिकार हैं, वो तो उन्हें मिलना ही चाहिए और Congress उन्हें वो दिलाकर रहेगी! अब ये CM की जिम्मेदारी है कि वे ऐसी भाषा बोलने वालों की नकेल कसें!

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पूर्व विधायक ने की इस्तीफे की मांग

कांग्रेस के पूर्व विधायक व मुख्य प्रवक्ता कुणाल चौधरी ने उच्च शिक्षा मंत्री के बयान पर जुबानी हमला बोला हैं। उन्होंने कहा कि उदय प्रताप सिंह के बयान पर क्या शिवराज सिंह चौहान और ज्योतिरादित्य सिंधिया जवाब देंगे। एक तरफ बड़ी बड़ी महापंचायत कर झूठ बोला, सिंधिया ने कहा था कि मैं सड़कों पर आ जाऊंगा। आज मंत्री कह रहे है कि अतिथि है क्या घर पर कब्जा कर लेंगे।

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यह घर हिंदुस्तान और मध्यप्रदेश की जनता का है- कुणाल चौधरी

कुणाल चौधरी ने आगे कहा कि यह आपके और आपके पिताजी का घर नहीं है। यह घर हिंदुस्तान की जनता और मध्य प्रदेश की जनता का है। उनका अधिकार है कि नियमित रोजगार प्राप्त करें। सरकार का काम है कैसे नियमित रोजगार दिया जाए। सरकार ने अतिथि शिक्षकों से कई बार राजनीति के लिए बड़ी बातें की। अपना अधिकार मांग रहे अथिति शिक्षकों को लेकर सरकार निर्लज्यता का व्यवहार कर रही है। इस मामले पर सीएम डॉ मोहन यादव को जवाब देना चाहिए। क्या पूर्व मुख्यमंत्री ने झूठे वादे किए। साथ ही उन्होंने स्कूल शिक्षा मंत्री के इस्तीफे की मांग की है। कुणाल ने कहा कि कांग्रेस अतिथि शिक्षकों के साथ सड़कों पर उतरेगी।

शिक्षा मंत्री ने दिया था ये बयान

दरअसल, बीते दिनों अतिथि शिक्षकों ने स्कूलों से किसी भी अतिथि शिक्षक को नहीं हटाने की मांग को लेकर आंदोलन किया था। इस पर स्कूल शिक्षा मंत्री राव उदय प्रताप सिंह ने कहा था कि ‘उनके हितों की रक्षा करेंगे, लेकिन उपयोगिता भी देखी जाएगी। जहां शिक्षक कम हैं, वहां उनकी सेवा ली जाती है। आप मेहमान बनकर आओगे तो क्या घर पर कब्जा करोगे? अतिथि शिक्षकों के हितों की चिंता विभाग कर रहा है। सरकार को उनके हितों की चिंता है। जहां शिक्षकों की पूर्ति होगी वहां उनका उपयोग करेंगे।’ आपको बता दें कि स्कूल शिक्षा मंत्री उदय प्रताप सिंह ने पहले भी बेहद गैरजिम्मेदाराना बयान दिया था, जिसे लेकर वह चर्चा में थे। उन्होंने एक स्कूल की टपकती छत को रीलबाजी का नाम दे दिया था।

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