अनिल सक्सेना, रायसेन। मध्यप्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी के गृह जिले रायसेन में करोड़ों रुपये की हेराफेरी का मामला सामने आया है। स्वास्थ्य महकमे में कर्मचारियों की भविष्य निधि, एरियर, यात्रा भत्ता में हुए करोड़ों रुपये का घोटाला सामने आने के बाद हड़कंप मचा हुआ है। वहीं इस मामले में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी जानकारी देने से बचते हुए नजर आ रहे है।

सूत्रों की माने तो सरकारी मुलाजिमों की भविष्य निधि को डकार लिया गया। जब इस घोटाले की परते खुली तो अब पूरे मामले में कार्रवाई ना करते हुए घोटाले को रफादफा करने के लिए जिन कर्मचारियों ने अपने खातों में राशि डाली उनसे रिकवरी करना शुरू कर दिया है। सूत्रों की माने तो यह पूरा घोटाला करीब 10 करोड़ रुपये के आसपास का होना बताया जा रहा है।

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इनकी भूमिका रही संदिग्ध

सूत्रों ने बताया कि सांची अस्पताल सीएमएचओ और कार्यालय अन्य स्थानों पर पदस्थ जैलानी, अरविंद, कैलाश, हेंमत, प्रीतम, साजिद आदि की भूमिका इस पूरे मामले में संदिग्ध मिली है। क्यों कि इनके पास ही स्वास्थ्य महकमे का महत्वपूर्ण लेखा कार्य था। वहीं इनमें से एक जैलानी को लोकायुक्त पुलिस ने रंगे हाथों रिश्वत के मामले में गिरफ्तार किया था। लेकिन इसके बावजूद भी विभाग के जिम्मेदारों ने चांदी काटने के लिए महत्वपूर्ण शाखा का काम काज सौंप दिया।

वहीं इस पूरे मामले में निष्पक्ष जांच के लिए अब तक कोई कदम नहीं उठाया गया है। सूत्रों की माने तो लंबे अरसे से यह घोटाला चल रहा था और कर्मचारियों ने अपने रिश्तेदारों के खातों में लाखों रुपये डाल दिए गए, लेकिन इस घोटाले की परते जब खुली तो विभाग के आला अधिकारियों की नींद उड़ गई है। इस घोटाले को तकनीकी भूल बनाने की कोशिश करते हुए रफा दफा किए जाने की कोशिश की जा रही है।

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भोपाल कोषालय ने पकड़ा घोटाला

करोड़ों रुपये की इस अनियमित्ता को भोपाल कोषालय ने पकड़ा है। इसके बाद इस पूरे प्रकरण की जांच के लिए कमेटी भी बनाई है। जिसमें भोपाल कोषालय के डारेक्टर द्वारा जांच की जाएगी।

इस मामले में जिले के सीएमएचओ डॉ. दिनेश खत्री ने कहा कि मामले की जांच चल रही है। जांच के बाद अधिक जानकारी प्रदान की जा सकती है। वहीं जिला कोषालय अधिकारी राजेश कुमार गुप्ता ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग के कुछ कर्मचारियों की भुगतान संबंधी अनियमित्ताएं किए जाने पर कमेटी बनाई गई है और ज्वाइन डारेक्टर द्वारा इस पूरे अनियमित्ताओं की जांच की जाएगी। राशि कुल कितनी है यहां जांच के बाद ही सामने आएगा।

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