मनीष राठौर,राजगढ़। मध्य प्रदेश में फिरौती के लिये अपहरण और हत्या जैसे मामलों में किस तरह से अव्वल होने की तैयारी में है इस बात का अंदाजा आप इस बात से लगा सकते हैं, कि 7 जुलाई की तारीख को जिले के पचोर थाना क्षेत्र अंतर्गत मे रहने वाले व्यापारी राधेश्याम गुप्ता का अपहरण कर व्यापारी की हत्या का मामला सामने आया था। व्यापारी राधेश्याम को 2 माह पहले धमकियां मिल रही थी जिसमें आरोपियों द्वारा 10 लाख रुपए की फिरौती की मांग की जा रही थी।  

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जिसकी शिकायत लेकर राधेश्याम गुप्ता के बेटे राजेश और नीरज थाने भी पहुचे थे। लेकिन पुलिस प्रशासन ने मामले को हल्के में लेते हुए किडनैपर के जिस नंबर से धमकी भरे फोन आ रहे थे उस नंबर को ब्लॉक करने की राय देकर राधेश्याम गुप्ता के बेटों को चलता कर दिया था। जिसके बाद में आरोपियों ने अपनी धमकी को अंजाम दे दिया और व्यापारी राधेश्याम गुप्ता का अपहरण कर उन्हें मौत के घाट उतार दिया था। 

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अब पिता की हत्या के बाद मृतक राधेश्याम गुप्ता के बेटों राजेश और नीरज को फिर से अपराधियों ने आज फिर 10 लाख रुपए की  फिरौती की मांग की है,और फिरौती की राशि ना देने पर अपराधियों ने खुली धमकी दी है कि जिस तरह से व्यापारी राधेश्याम गुप्ता को मौत के घाट उतारा है, फिरौती की राशि नहीं देने पर उनके बेटे नीरज को भी मौत के घाट उतार दिया जाएगा, और इस अपराध को अंजाम देने के लिए अपराधियों ने 2 दिन का समय दिया है। 

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इससे अंदाजा लगा सकते हैं मध्यप्रदेश में किस तरह से गुंडाराज हावी है, कि अपराधी बिना किसी कानून और पुलिस के खौफ के खुले में फिरौती की मांग करते हैं और ना देने पर अपहरण कर हत्या जैसी घटना को अंजाम देते है। वहीं पूरे इस मामले में सारंगपुर एसडीओपी जोइस दास कुछ भी कहने से बचती नजर आई। जाहिर सी बात है 15 दिन पहले अपहरण कर  पिता की हत्या करने वाले अपराधी दोबारा से मृतक पिता राधेश्याम के बेटों को फिरौती के लिए फोन लगा रहे हैं, तो यह सिर्फ व्यापारी परिवार के लिए चिंता का विषय नहीं है, बल्कि पूरे प्रदेश के लिए चिंता का विषय है। वहीं इस घटनाक्रम से पुलिस की नाकामी अभी भी सीधे-सीधे नजर आ रही है। 

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