मनीष राठौर, राजगढ़। मध्यप्रदेश शासन की बनाई गई शिक्षा नीति में भारी विसंगति देखने को मिल रही है। इस वजह से राजगढ़ जिले के अनेकों स्कूल में शिक्षकों की कमी नजर आती दिख रही है। वहीं विसंगतियों के चलते ऐसे विद्यालय भी है जहां पर अतिशेष शिक्षकों की भरमार है।
इस बारे में शिक्षा विभाग के जिम्मेदार अधिकारी भी संतुष्टि पूर्ण उत्तर नहीं दे पाते हैं, क्योंकि शासन के बनाये गये नियमों के चलते हायर सेकेंडरी स्कूलों में विषयवार शिक्षक होना चाहिए। लेकिन जो शिक्षक पहले से कार्यरत है उन्हें कहां पदस्थ किया जाए ऐसा कहीं कोई उल्लेख नहीं है। बनाए गए नियमों की विसंगति की वजह से विषय वार शिक्षकों की हायर सेकेंडरी स्तर के स्कूलों में कमी दिख रही है, लेकिन पूर्व से पदस्थ होने से अतिशेष शिक्षकों की भरमार भी हो गई है।
एक ही विषय के 5 शिक्षक पदस्थ
नगर के हायर सेकेंडरी कन्या स्कूल में एक ही हिंदी विषय के 5 शिक्षक पदस्थ है, जिनमें पूर्व में हिंदी विषय का एक शिक्षक था 4 शिक्षक शिक्षा नीति के तहत ट्रांसफर होकर आए हैं। अतिशेष होने के बावजूद अतिथि शिक्षक भी विद्यालय में कार्यरत है। कन्या हायर सेकेंडरी स्कूल प्राचार्य राजेश मंडलोई से प्राप्त जानकारी के मुताबिक कक्षा 9वीं से लेकर 12वीं तक 26 शिक्षक पदस्थ है, जहां 945 छात्राएं अध्यनरत है, वहीं कक्षाओं की संख्या 13 है।
इस दौरान विद्यालय के उपस्थिति रजिस्टर में जन शिक्षक बालचंद सिंगला की उपस्थिति 2 दिन से दर्ज नहीं थी। जन शिक्षक विद्यालय के कार्य से बीआरसी में और एक दिवस राजगढ़ गए हुए थे। एक शिक्षक रामबाबू पवार विद्यालय में मौजूद होने के बाद उपस्थिति रजिस्टर में हस्ताक्षर दर्ज नहीं पाए गए।
इस विद्यालय में इकोनॉमिक्स और अंग्रेजी के अतिथि शिक्षक कार्यरत है। शासकीय उत्कृष्ट हायर सेकेंडरी स्कूल यह विद्यालय एकीकृत शाखा के रूप में संचालित है। जिसमें पहली से 12 तक की कक्षाएं संचालित हो रही है। जहां पदस्थ प्राचार्य रेखा बैरागी ने बताया कि कक्षा पहली से पांचवी तक 36 विद्यार्थी अध्ययन में जिन पर 4 शिक्षक पदस्थ और कक्षा छठवीं से आठवीं तक 99 विद्यार्थी पर 5 शिक्षक पदस्थ वहीं नवमीं से 12वीं तक 739 विद्यार्थियों पर 15 शिक्षक और 4 बाबू 3 अतिथि विद्यालय में पदस्थ है।
अनुपस्थित पाये गए टीचर्स
उपस्थिति रजिस्टर के अनुसार मिडिल के 2 शिक्षक, एक बाबू और 3 अतिथि शिक्षक अनुपस्थित पाए गए। जिस पर प्राचार्य ने बताया कि अनुपस्थित शिक्षकों को कारण बताओ नोटिस जारी किया जाएगा। आश्चर्यजनक किंतु सत्य है, शासन ने सभी प्रकार के ऊपर वाक्य अटैचमेंट समाप्त किए गए हैं, लेकिन खिलचीपुर ब्लॉक में पदस्थ एक शिक्षिका जो कि जनपद शिक्षा केंद्र अंतर्गत ग्राम नाईहेड़ा के विद्यालय में अटैचमेंट होकर शिक्षा कार्य कर रही है।
जब इस बारे में ब्लॉक शिक्षा अधिकारी जगदीश बैरागी से बात की तो उन्होंने कहा कि मेरी जानकारी में नहीं है, लेकिन विश्वसनीय सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक पूर्व ब्लॉक शिक्षा अधिकारी करण सिंह भिलाला जो कि ब्लॉक शिक्षा केंद्र जीरापुर के आहरण अधिकारी हैं, उन्होंने ही इन शिक्षकों को अटैच कर रखा है।
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