रायपुर। छत्तीसगढ़ियावाद और भारतीयवाद को लेकर सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच चल रही सिसायत जारी है. भाजपा ने कांग्रेस के तीन राज्यसभा सांसदों रंजीत रंजन के साथ तीनों राज्यसभा सांसदों को बाहरी बताते हुए उनके लापता होने का इश्तेहार ट्विटर पर जारी किया था. इस पर रंजीता रंजन ने पटलवार किया है. इसे भी पढ़ें : छत्तीसगढ़ियावाद पर सियासत : भाजपा नेता केदार ने कहा – कांग्रेस ने अपने ही नेताओं को ठगा, सुशील आनंद बोले – बीजेपी सहप्रभारी ने किया छत्तीसगढ़ महतारी का अपमान

छत्तीसगढ़ से राज्यसभा सांसद रंजीत रंजन ने भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव पर झूठ बोलने और भ्रम फैलाने का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि साव का यह कहना पूरी तरह मनगढ़ंत और झूठा है कि मैंने स्थापना दिवस पर छत्तीसगढ़वासियों को बधाई नहीं दी. भाजपा चाहे तो मेरे ट्विट को देख सकती है. 1 नवंबर को ट्विट कर मैंने राज्य की जनता को राज्य स्थापना दिवस की बधाई देने के साथ दी थी. राज्यसभा सांसद ने इस बात आश्चर्य जताया कि भाजपा का आईटी सेल अफवाहें फैलाने के लिए बदनाम है, लेकिन अब वह सच्चाई को भी झूठ की तरह परोसने लगा है, जिसे भाजपा प्रदेश अध्यक्ष आगे बढ़ा रहे हैं. ताजा बयान इसका प्रतीक है.


रंजीत रंजन ने कहा कि मैं बिहार से जरूर हूं लेकिन छत्तीसगढ़ की सेवा के लिए हमेशा तत्पर हूं. मैंने राज्यसभा में कुछ मुददे उठाकर छत्तीसगढ़ के हित की बात की है, और करती रहूंगी. इसके साथ ही उन्होंने भाजपा से पूछा कि आपके प्रदेश सह प्रभारी नितिन नबीन भी बिहार से ही हैं, लेकिन वे छत्तीसगढ़ के हितों के खिलाफ बोल रहे हैं. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने यदि छत्तीसगढ़ में छत्तीसगढ़ महतारी की प्रतिमा लगाने का फैसला किया है, तो नितिन नबीन और पूरी पार्टी इसका विरोध क्यों कर रही है!

इसके साथ ही रंजीत रंजन ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को भी आड़े हाथ लेते हुए कहा कि पीएम कर्नाटक, मध्य प्रदेश, गुजरात इत्यादि राज्यों को बधाई दे सकते हैं, लेकिन छत्तीसगढ़ राज्य स्थापना पर उन्होंने छत्तीसगढ़वासियों को बधाई नहीं दी और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सहित भाजपा के सभी 9 सांसद मुंह सिले बैठे हैं. उन्हें मेरा यह संदेश पीएम तक जरूर पहुंचाना चाहिए.