सुशील खरे, रतलाम। मध्य प्रदेश के रतलाम में बीजेपी के रसूखदार फरार नेता को पकड़ने में पुलिस के हाथ लंबे समय से खाली थे। आखिरकार उसने कोर्ट में जाकर सरेंडर कर दिया। हालांकि उसे अपने फार्म हाउस में लगातार देखा जाता था लेकिन फिर भी इसे पकड़ा नहीं जा सका था। 

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सन 2019 से दो बड़े घोटाले में फरार भाजपा का रसूखदार कद्दावर नेता नगर पालिका परिषद नामली का तत्कालीन परिषद अध्यक्ष नरेंद्र सोनवा आखिरकार अंतिम समय तक पुलिस के हाथ में नहीं आया l 2019 से पुलिस के अनुसार कागजों में यह लगातार फरार था और पुलिस इसकी तलाश कर रही थी। हालांकि यह कद्दावर नेता पूरे रतलाम जिले ही नहीं बल्कि नामली में भी अपने घर और फार्म हाउस पर देखा जाता था।

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इसके अलावा चुने हुए जनप्रतिनिधियों के साथ भी इसकी फोटो लगातार वायरल हो रही थी। लेकिन पुलिस इसे गिरफ्तार नहीं कर पाई और अंत में बीजेपी नेता ने न्यायालय में जाकर सरेंडर कर दिया। बताया जाता है कि घर में पारिवारिक कार्यक्रम होने की वजह से उसमें कोई समस्या न आए इसलिए उसने यह किया है। सूत्रों की मानें तो मात्र एक दिन के रिमांड के बाद ही इसकी जमानत भी हो सकती हैl

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बता दें कि भाजपा नेता और तत्कालीन नामली नगर पालिका परिषद के अध्यक्ष नरेंद्र सोनवा पर 2019 में प्रधानमंत्री आवास घोटाले लेकर प्रकरण दर्ज हुआ था तो उसमें यह पाया गया था कि इस योजना के अंतर्गत 776 हितग्राहियों के खातों में राशि अंतरित की गई थी। इसमें से 430 लोगों को पात्र और 366 लोगों को अपात्र पाया गया था। साथ ही नाम का अनुमोदन उस समय तत्कालीन कलेक्टर के सामने पेश करने के बाद भी नहीं लिया गया था। ऐसे लोगों की संख्या 101 थी। पूरे मामले में पाया गया था कि तत्कालीन अध्यक्ष और सीएमओ ने अपात्र लोगों की राशि को अन्य बैंकों में ट्रांसफर कर लिया था।

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