सुशील खरे,रतलाम। अवैध शराब का कारोबार और हत्या का प्रयास करने समेत अन्य धाराओं में वांछित दस हजार रुपए इनामी फरार आरोपी जीवन सिंह शेरपुर को तीन थानों की पुलिस कई महीनों से ढूंढ रही है। इधर सोमवार को वह कोर्ट में सरेंडर करने पहुंच गया। लेकिन कोर्ट ने कल आने को कहा। वहीं कोर्ट में सरेंडर होने की जानकारी मिलने के बाद पुलिस हरकत में आई।

पुलिस को सूचना मिलने के बाद आला अधिकारी भी सक्रीय हो गए। कोर्ट में बड़ी संख्या में शेरपुर के समर्थक भी मौजूद रहे। कोर्ट में उपस्थित होने के बाद कोर्ट ने नामली पुलिस से केस डायरी उपलब्ध करने के निर्देश दिए, लेकिन शाम तक नामली पुलिस कोर्ट में केस डायरी पेश नहीं कर सकी। इसलिए कोर्ट ने जीवन सिंह को कल मंगलवार को सुबह 11 बजे कोर्ट में उपस्थित होने को कहा है। कोर्ट के इस आदेश के बाद जीवन सिंह अपने समर्थकों के साथ न्यायालय परिसर से वापस लौट गए।

ये है मामला

जावरा औद्योगिक क्षेत्र पुलिस थाने के सोहनगढ़ में एक खेत पर बने मकान से पुलिस ने 1 अगस्त 2021 को अवैध शराब की फैक्टरी पकड़ी थी। इस दौरान पुलिस ने सुरेश पाटीदार पिता प्रभुलाल पाटीदार 34 निवासी ग्राम सोहनगढ़ के साथ ही अनोखीलाल पाटीदार, मोइन खां पिता रईस खां 22 निवासी ग्राम उमठपालिया, प्रभुलाल पाटीदार पिता चिमनलाल पाटीदार 55 निवासी सोहनगढ़ को पकड़ा था। आरोपी मोइन ने पूछताछ में बताया कि चार-पांच माह पहले राजपूत करनी सेना के प्रदेश अध्यक्ष जीवनसिंह निवासी ग्राम शेरपुर और रंजीत सिंह ने उससे कहा था कि लॉकडाउन में शराब बनाने की फैक्ट्री लगाने से बहुत फायदा होगा। फैक्टरी लगाने में उनकी मदद की थी। तब से जीवन सिंह शेरपुर इस मामले में फरार चल रहा था। उस पर पुलिस ने दस हजार रुपए का इनाम भी घोषित कर रखा है।

साथ ही जीवनसिंह शेरपुर का नाम नामली थाने में बिजली कंपनी के ग्रिड के पास स्थित ढाबे पर 20 अप्रैल 2021 को हुए गोलीकांड में भी जीवनसिंह शेरपुर का नाम सामने आया था और उसे पुलिस ने धारा 307 का आरोपी बनाया था। यहां विवाद करणी सेना को लेकर ही हुआ था। महेंद्रपाल सिंह ने जीवनसिंह शेरपुर पर गोली चलाकर हत्या करने का प्रयास करने का केस नामली थाने में दर्ज कराया था।

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