सुशील खरे, रतलाम। रतलाम कलेक्टोरेट में शुक्रवार को सरकारी सिस्टम की पोल-खोल का ड्रामा चला। रिश्वतखोरी के आरोपी पशु चिकित्सा विभाग के प्रभारी उपसंचालक डॉ. डीके जैन ने खुलेआम सरकारी ट्रांसफर के रेट बताए। उनका कहना था कि 2 लाख रुपये में सरकारी ट्रांसफर होता है। मैं कर्मचारी के लिए मंत्री को कहां से लाकर दूंगा और ये सब भाजपा जिलाध्यक्ष राजेन्द्र सिंह लुनेरा के मुंह पर बोला गया। इधर हंगामा इतना हुआ कि इस भ्रष्ट अधिकारी की शिकायत करने उनके ही विभाग के कई लोग पहुंच गए।

इस घटनाक्रम को लेकर भाजपा जिलाध्यक्ष ने फटकार लगाई। इस दौरान तीखी बहस भी हुई। जिलाध्यक्ष का कहना है कि यह भाजपा को बदनाम कर रहे हैं, रुपए दिए हैं तो सिद्ध करें। दरअसल, पशु चिकित्सा विभाग के प्रभारी उपसंचालक डॉ. डीके जैन के ऑडियो-वीडियो वायरल हुए। कर्मचारी ने उन पर रिश्वत लेने के भी आरोप लगाए। शुक्रवार को कलेक्टोरेट में पीड़ित कर्मचारी सामूहिक रूप से सांसद गुमान सिंह डामोर से मिलने पहुंचे। वहां मिले भाजपा जिलाध्यक्ष राजेंद्रसिंह लुनेरा को अधिकारी के बारे में बताया। इसी दौरान प्रभारी उपसंचालक डॉ. डीके जैन भी पहुंच गए। भाजपा जिलाध्यक्ष ने डॉ. जैन से पूछताछ की तो डॉ. जैन खुद को इमानदार बताने लगे। इस दौरान लुनेरा और डॉ. जैन के बीच बहस भी हो गई।

एमपी प्राथमिक शिक्षक भर्ती: अभ्यर्थी 4 जुलाई तक लॉक कर सकेंगे जिलों का चयन, इस आधार पर जारी होगी अंतिम सूची-नियुक्ति आदेश

सरकारी ट्रांसफर के लिए रुपए देना होते हैं

पशु चिकित्सा विभाग के प्रभारी उपसंचालक डॉ. डीके जैन ने बताया कि रिश्वतखोर होता तो आप उसको ट्रैप करवा देते। पहले क्यों नहीं ट्रैप करवाया। मैंने किसी की चाय नहीं पी, वह व्यक्ति बोलता है कि मैंने उसका ट्रांसफर करवा दिया। मैं कहां से 2 लाख रुपए लाऊंगा उसके ट्रांसफर के लिए। 2 लाख रुपए में ट्रांसफर होता है। मैं मंत्री को कहां से लाकर दूंगा। चाहे स्वयं के व्यय से हो या प्रशासनिक व्यय से हो, अगर कोई ट्रांसफर होते हैं तो उसके लिए रुपए खर्च करना पड़ते हैं। मैं क्लियर बता रहा हूं। इसी बात का समर्थन कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता योगेंद्र सिंह जादौन ने भी किया उन्होंने कहा इस भ्रष्ट सरकार में हर काम के कर्मचारी पैसा देते हैं।

ये है पूरा मामला

12 दिन पहले सोशल मीडिया पर एक ऑडियो वायरल हुआ था। जिसमें पशु चिकित्सा विभाग के प्रभारी उपसंचालक 2 हजार रुपए की मांग कर रहे हैं। धीरेंद्र नामक कर्मचारी से यह बातचीत है। यह भी कह रहे हैं कि 2 हजार रुपए लेकर आ जाओ तुम्हारा काम तत्काल हो जाएगा। तनख्वाह के लिए रुपए देने का मामला था। कर्मचारी 500 रुपए पहले ही देने की बात भी कह रहा। वहीं एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ। जिसमें डॉ. जैन रुपए लेते हुए दिख रहे हैं। हालांकि, यह रुपए किस कारण से लिए जा रहे हैं, यह स्पष्ट नहीं है।

MP Weather Alert: प्रदेश में झमाझम बारिश का दौर जारी, आज इन 17 जिलों में येलो अलर्ट

इधर जिलाध्यक्ष ने कहा भाजपा को बदनाम कर रहे हैं, कर्मचारियों ने जो आरोप लगाए हैं उसकी जांच होनी चाहिए। एरियर, तनख्वाह के रुपए मांगते हैं तो बर्खास्त करना चाहिए। भारतीय जनता पार्टी को बदनाम कर रहे हैं। कहते हैं कि नेताओं को पैसे देते हैं, सिद्ध करें कि किसको रुपए दिए हैं।

Read more- Health Ministry Deploys an Expert Team to Kerala to Take Stock of Zika Virus