सुशील खरे, रतलाम। मध्य प्रदेश के रतलाम से डकैती की सनसनीखेज वारदात सामने आई है। नामली थाना क्षेत्र के कांडरवासा गांव में डकैतों ने दो घरों को निशाना बनाया। आवाज सुनकर जाग जाने पर परिवार को डरा-धमकाकर बंधक बना लिया और उनसे कहा ‘चिल्लाओ मत, हमे अपना काम करने दो। हम बंदूक भी लाए हैं। ज्यादा बोलोगे तो गोली भी मार देंगे।’ इसके बाद वे अलमारी और पेटियों से 65 हजार रुपए के साथ सोने-चांदी के जेवर ले गए। पूरी वारदात को कंजर स्टाइल से जोड़ कर देखा जा रहा है। बड़ी बात यह है कि ऐसी घटना राजस्थान बॉर्डर वाले स्थानों पर होती थी जो आज शहर के पास के गांव में हुई है।

देर रात छत के रास्ते घर में घुसे हथियारबंद बदमाश

जानकारी के अनुसार, शनिवार रात करीब 2.30 से 4.30 बजे के बीच पांच से छह हथियारबंद बदमाश नई आबादी क्षेत्र में श्यामलाल गोयल के घर छत के रास्ते घुसे। घर में किसी के होने का अंदेशा होने पर श्यामलाल और परिजन जागे तो बदमाशों ने हथियार दिखाकर धमकाते हुए कहा कि शोर मचाया तो जान से खत्म कर देंगे। इसके बाद बदमाशों ने उनसे मोबाइल छीन लिए। दंपत्ति को एक कमरे में और करीब 10 साल के बेटे और छोटी बेटी को दूसरे कमरे में बंद कर दिया। 

परिवार को कमरे में बंद कर की चोरी

परिवार वालों को कमरे में बंद करने के बाद डकैत अलमारी समेत अन्य सामान में तोड़फोड़ करने लगे। लोहे की छोटी पेटियां कमरे से निकाल कर छत पर ले गए। इसके बाद अलमारियों, पेटियों और पलंग पेटी में रखे कपड़े-सामान बिखेर कर रुपए और जेवर निकाल ले गए। जाते समय मोबाइल फोन वापस कर कहा कि किसी को फोन मत करना हम नीचे खड़े है और इसके बाद वे भाग गए।

100 मीटर दूर एक और मकान में की चोरी

पीड़ित ने पुलिस को बताया कि घर के पीछे की तरफ से आवाज आई तो वे और पत्नि उठकर पीछे की तरफ गए तो 5 बदमाश दिखे। एक ने पत्नी से कहा कि ‘आंटीजी एक तरफ खडे हो जाओ, चिल्लाओ मत हम आपको कुछ नहीं कहेंगे। हमें हमारा काम करने दो।’ बदमाश उनके घर से सोने के कान के दो जोड़े टॉप्स, चांदी की पाजेब, करीब 65 हजार रुपये ले गए। वहीं घर से करीब 100 मीटर दूर ओमेंद्र सिंह चन्द्रावत के घर भी बदमाशों ने चोरी वारदात की। उनके घर से चोर सोने की एक अंगूठी और अन्य सामान लेकर फरार हो गए। सुबह ओमेंद्र सिंह के बेटे अनिल की नींद खुली तो चोरी का पता चला।

अलग-अलग टीमें तलाश में जुटीं

बदमाशों के भागने के बाद श्यामलाल ने पास में रहने वाले छोटे भाई दिनेश को फोन कर सूचना दी। दिनेश ने डायल 112 पर कॉल कर पुलिस को सूचना दी। लेकिन डायल 112 का वाहन काफी देर बाद भी नहीं पहुंचा। करीब एक घंटे बाद सरपंच, पीड़ित और ग्रामीणों ने नामली थाने पर जाकर सूचना दी। इसके बाद पुलिस ने गांव में पहुंचकर जांच की। रविवार दोपहर करीब 12 बजे एसपी अमित कुमार एएसपी राकेश खाखा व अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी गांव पहुंचे। पुलिस के अनुसार बदमाशों की तलाश में अलग-अलग टीमें लगाई गई है। टीमें बदमाशों की तलाश कर ही है।

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