संदीप शर्मा विदिशा/मोसीम तड़वी,बुरहानपुर। मध्य प्रदेश के सागर भोपाल हाईवे बाईपास पर शनिवार को एक भीषण सड़क हादसा हो गया। जिसमें पुलिस विभाग के रिटायर्ड एसडीओपी की मौत हो गई। बताया गया कि तेज रफ्तार होने की वजह से कार अचानक अनियंत्रित होकर पलट गई। जिसकी वजह से यह हादसा हुआ। इधर बुरहानपुर में हेलमेट की वजह से शिक्षकों की जान बच गई।
विदिशा में शनिवार को सागर भोपाल हाईवे बाईपास पर एक कार तेज रफ्तार होने के कारण अचानक अनियंत्रित होकर पलट गई। जिसमें ग्वालियर निवासी और मुरैना से पुलिस विभाग के एसडीओपी पद से रिटायर्ड महेंद्र शर्मा सवार थे। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि उनकी कार करैयाखेड़ा रोड हाईवे के नजदीक महाराजा खेत सिंह खंगार की प्रतिमा के पास अनियंत्रित होकर पलट गई। कार के पलटने से महेंद्र शर्मा दूर जाकर गिरे। जिसके बाद स्थानीय लोगों द्वारा जिला अस्पताल ले जाया गया।
ग्राम पंचायत गोबरहेला के वार्ड 1 से पार्षद मोहन गिरी गोस्वामी ने बताया कि वह ऑटो से जिला अस्पताल पहुंचे थे। रास्ते में घायल महेंद्र शर्मा उनसे बातचीत कर रहे थे। जिला अस्पताल पहुंचने के बाद डॉक्टरों ने उनकी जांच की और जांच के बाद मृत घोषित कर दिया। महेंद्र शर्मा के मोबाइल पर उनके परिजन लगातार मोहन गिरी गोस्वामी से संपर्क कर रहे थे। मौत की सूचना परिजनों को दे दी गई। बताया गया कि महेंद्र शर्मा सागर से भोपाल की ओर जा रहे थे। फिलहाल सिविल लाइन पुलिस ने मामले में मर्ग कायम कर जांच शुरू कर दी है।
बाइक चलाते वक्त हम कई बार हेलमेट नहीं लगाने की गलती कर बैठते हैं, लेकिन जब आप यह खबर पढ़ेंगे तो बाइक चलाते समय हेलमेट लगाना जरूरी समझेंगे। मौत के मुंह में जाकर वापस आने वाले शख्स ही समझ सकता है कि आखिर सड़क पर हेलमेट क्यों जरूरी है। इसकी जीती जागती तस्वीर गुरुवार की शाम असीरगढ़ के शिव मंदिर के पास देखने को मिली।
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दरअसल, बुरहानपुर जिले के नेपानगर के शेख आसिफ और आशीष कुमार दोनों शिक्षक है और बड़े बोरगांव से बच्चों को शिक्षा देकर बाइक से अपने घर वापस आ रहे थे। इस दौरान असीरगढ़ के शिव मंदिर के करीब बोलेरो पिकअप ने बाइक सवार दोनों शिक्षकों को सामने से जोरदार टक्कर मार दी। जिसमें दोनों ही शिक्षक गंभीर रूप से घायल हो गए, लेकिन गनीमत रही कि दोनों ने हेलमेट लगा रखा था। जिसकी वजह से उनकी जान बच गई।
डॉक्टर मुफद्दल बोहरा ने बताया की पैर हाथ और कंधे में गंभीर चोटे आई है, पैर की हड्डियां टूट गई है। अगर हेलमेट ना होता तो इन दोनों की जान नहीं बच पाती। हेलमेट कितना जरूरी है आप इन तस्वीरों को देखकर अंदाजा लगा सकते हैं। हेलमेट की वजह से ही इन दोनों शिक्षकों की जान बच गई।
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