आशुतोष तिवारी, रीवा। मध्यप्रदेश के रीवा जिले के एक मात्र कन्या महाविद्यालय के ऑडिटोरियम में एक पोट्रेट बनाने का काम किया गया है। जिसमें सेनेटरी नैपकिन, विटामिन और आयरन की गोलियों का उपयोग किया गया है। बनाए गए इस स्केच के माध्यम से आर्टिस्ट ने महिलाओं को एनीमिया और पीरियड को लेकर जागरूक करने का प्रयास किया है।

शहर के एक मात्र गर्ल्स डिग्री कॉलेज (Girls Degree College) कन्या महाविद्यालय के ऑडिटोरियम में 12 दिसंबर से देश की सबसे बड़ी पोट्रेट बनाने का काम स्केच आर्टिस्ट विभूति मिश्रा कर रही है। लगभग 4000 वर्ग फुट के भीतर यह स्केच बनाया जा रहा है। जिसे बनाने के लिए दवाई और सेनेटरी नैपकिन का इस्तेमाल किया गया है।

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यह स्केच अभी तक अपनी तरह का देश का सबसे बड़ा स्केच है। जिसमें एक्सपायरी दवाइयां या सामग्री का उपयोग नहीं किया गया है। यह अपने तरह का न केवल भारतीय रिकॉर्ड होगा बल्कि इससे इंटरनेशनल अवार्ड भी मिलने की उम्मीद है।

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स्केच आर्टिस्ट विभूति मिश्रा के मुताबिक इसमें केवल मल्टी विटामिन, आयरन, कैल्शियम की दवाओं के अलावा सेनेटरी नेपकिन का उपयोग किया गया है। सबसे बड़े स्केच के बनकर तैयार हो जाने के दौरान इसकी आधिकारिक फोटो और वीडियो मुख्यालय को भेजी गई है। इसके बाद यह सारी दवाइयां शहर की कन्या स्कूलों में पढ़ने वाली छात्राओं को जागरूक करने के लिए वितरित कर दी जाएगी।

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