दिनेश शर्मा, सागर। मध्य प्रदेश के सागर (Sagar News) जिले में 12वीं कक्षा की दो छात्राओं को पेपर देने से रोकने पर केंद्राध्यक्ष को हटा दिया गया है। वहीं अब मामले में बाल संरक्षण आयोग ने भी संज्ञान लिया है। आयोग ने कलेक्टर को पत्र जारी कर दोनों छात्राओं को परीक्षा दिलवाने और दोषियों पर अनुशासनात्मक कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं।
ये पूरा मामला
दरअसल सागर जिले के परसौरिया हाईसेकेंडरी स्कूल को कक्षा 10वीं और 12वीं की परीक्षा के लिए सेंटर बनाया गया है। कल हिंदी विषय का पेपर देने दो छात्राएं 15 किलोमीटर दूर से पहुंची थीं, लेकिन केंद्राध्यक्ष ने उन्हें परीक्षा कक्ष में एंट्री नहीं दी। छात्राओं का आरोप है कि 10 मिनट लेट होने पर केंद्राध्यक्ष ने उनके भविष्य से खिलवाड़ करते हुए उन्हें पेपर देने से रोक दिया।
कलेक्टर ने हटाया
मामला सामने आने के बाद कलेक्टर ने इस मामले की जांच के लिए तीन सदस्यीय टीम गठित की। दिन भर जांच कर शाम को टीम ने अपनी रिपोर्ट कलेक्टर को सौंपी, जिसके बाद डीएम ने जिला शिक्षा अधिकारी को केंद्राध्यक्ष को हटाने और कार्रवाई के निर्देश दिए, जिससे कलेक्टर के आदेश पर डीईओ ने केंद्राध्यक्ष को हटा दिया।
अब मध्य प्रदेश बाल संरक्षण आयोग ने इस मामले पर संज्ञान लिया है और कलेक्टर को पत्र जारी किया। जिसमें कहा है कि यह छात्रों के शिक्षा के अधिकार का उल्लंघन प्रतीक होता है। दोनों बालिकाओं को परीक्षा दिलाई जाए और दोषियों पर अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाए।
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