दिनेश शर्मा,सागर। मध्यप्रदेश के सागर जिले के शाहगढ़ में एक झोलाछाप डॉक्टर के गलत इलाज से आदिवासी महिला की मौत हो गई. डॉक्टर ने महिला को पहले बोतल चढ़ाया और फिर उसमें इंजेक्शन लगा दिया. तबीयत बिगड़ने के बाद आनन-फानन में अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां महिला ने दम तोड़ दिया. अब आक्रोशित परिजनों ने सागर-कानपुर NH 86 पर चक्काजाम कर दिया है.
जानकारी के मुताबिक शाहगढ़ में झोलाछाप डॉक्टर दिलीप कुमार पाल ने क्लीनिक खोल रखा है. यहां आदिवासी महिला शारदा गौड़ बुखार आने पर इलाज कराने पहुंची थी. डॉक्टर ने महिला को बोतल चढ़ाया और उसमें इंजेक्शन लगाया. कुछ देर बाद महिला को बेहोश हो गई और मुंह से झाग निकलने लगा. डॉक्टर ने महिला को रेफर कर दिया.
महिला को सरकारी अस्पताल में भर्ती करवाया गया, जहां थोड़ी देर बाद महिला की जान चली गई. अब मृतका के परिजनों ने झोपाछाप डॉक्टर पर लगत इलाज करने का आरोप लगाया है. आक्रोशित परिजनों और नगरवासियों ने सागर-कानपुर NH 86 स्थित नेशनल हाईवे स्थित बरायठा तिराहे पर जाम लगा दिया है. शाहगढ़ पुलिस मौके पर पहुंचकर मामले को सुलझाने में लगी हुई है. अभी तक इस पर अधिकारियों का अधिकारिक बयान सामने नहीं आया है.
तत्काल शाहगढ़ थाना प्रभारी उमेश यादव और नायाब तहसीलदार ऋतु सिंघई पुलिस बल लेकर मौके पर पहुंची, जहां आक्रोशित लोगों को समझाया, लेकिन महिला की मौत से आक्रोशित आदिवासी गौड़ समुदाय के लोगों की मांग थी. झोलाछाप डॉक्टर को गिरफ्तार कर कार्रवाई का आश्वासन दिया, तभी जाम हटाया जाएगा. लगभग डेढ़ घंटे की समझाइश और डॉक्टर को पकड़ने के बाद जाम हटाया गया. पुलिस ने चक्काजाम हटने के बाद शव का पोस्टमार्टम कराया और मर्ग कायम कर जांच शुरू कर दी है.
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