वेकंटेश द्विवेदी। बेटी की शादी के एक दिन पहले अगर घर जलकर खाक हो जाए तो इससे बड़ी पीड़ा क्या हो सकती है, लेकिन सतना जिले के समाजसेवियों ने पीड़ित परिवार की मदद कर सिद्ध कर दिया आज भी इंसानियत जिंदा है। परिवार की मदद के लिए सैकड़ों हाथ आगे आए, अब बेटी की शादी धूमधाम होगी।

दरअसल, कोटर थाना क्षेत्र के करही कोठार गांव में एक मई को पराली में लगी आग ने जमकर तांडव मचाया था। आग ने रमेश द्विवेदी के मकान को भी अपनी चपेट में ले लिया था। इससे घर के साथ-साथ बेटी की शादी के लिए रखा सामान भी जल गया था। मंडप के दिन पूरा घर आखों के सामने राख में तब्दील हो चुका था। जबकि दूसरे दिन बेटी की बारात आने वाली थी। ऐसे में परिवार को यह समझ नहीं आ रहा कि वह कैसे क्या करे? पीड़ित परिवार ने सरकारी मदद की गुहार लगाई, लेकिन इतनी जल्दी मदद मिलना संभव नहीं था। ऐसे में मीडिया ने इस परिवार की पीड़ा दिखाई। फिर क्या था सैकड़ो हाथ मदद के लिए आगे आए। किसी ने नकद राशि दी तो कोई किराने का सामान, तो कोई अन्य व्यवस्था करा दी।

सैकड़ों लोगों ने पीड़ित के एकाउंट में पैसा ट्रांफर कर मदद की। वहीं कलेक्टर ने भी रेडक्रॉस से 25 हजार की मदद की, तो वहीं स्थानीय विधायक विक्रम सिंह ने 50 हजार और विधायक नारायण त्रिपाठी ने 25 हजार रुपए दिए। पीड़ित की मदद के लिए लोग दिल खोल कर आगे हाथ बढ़ाया। कल धूमधाम से बेटी की बारात घर आएगी और बेटी अपने पिया के घर जाएगी।

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