अजयारविन्द नामदेव, शहडोल। एक ओर जहां सरकार बच्चों की अच्छी शिक्षा (Education) सुविधा देने का वादा और दावा करती है, तो वहीं दूसरी तरफ मध्य प्रदेश के शहडोल (Shahdol) जिले के एक शासकीय स्कूल (Government School) से इन दावों वादों की पोल खोलती तस्वीर सामने आई है। जहां जान जोखिम में डालकर नौनिहाल शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं। स्कूल प्रवेश करने से लेकर शिक्षा ग्रहण करने तक छात्रों की जान का खतरा बना रहता है। बच्चों को स्कूल में 5 बड़ी चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है।
यह पूरा मामला सोहागपुर जनपद के ग्राम पंचायत खन्नाथ के पड़रिया टोला शासकीय प्राथमिक स्कूल का है। इस विद्यायल का आलम यह है कि बच्चे जैसे ही स्कूल में प्रवेश करते है। सबसे पहले जमीन की ओर झूलते बिजली की तार, स्कूल के ठीक सामने बंद बोरवेल के खुले गड्ढों का खतरा, जैसे ही बच्चे स्कूल में प्रवेश करते है तो वह छत किसी बच्चे पर गिर ना जाए उसका खतरा भी बना रहता है।
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शिक्षक इस डर से उभर नहीं पाते और उन्हें मजबूरन सभी बच्चों को रसोई कमरे में बैठाकर पढ़ाना पड़ता रहा है। जंहा बच्चे गैस सिलेंडर में बन रहे मध्यान भोजन (खाना) बनाने के बीच पढ़ने को मजबूर हो रहे है, बच्चों का यंहा भी पढ़ाई में मन नहीं लगता उन्हें गैस सिलेंडर फटने का डर बना रहता है। इस स्कूल में कक्षा पहली से लेकर पांचवीं तक के छात्र दहशत और अव्यवस्था के बीच पढ़ाई कर रहे हैं। इस स्कूल में 5 ऐसी बड़ी समस्या है जिसकी चपेट में आते ही किसी भी छात्र के जीवन पर बात बन आएगी।
स्कूल आने के बाद 5 बड़ी समस्याओं से बच्चों में दहशत इस कदर है कि वो खेलकूद और खाने की छुट्टी में भी कमरे के बाहर निकलने के लिए सोचते हैं। छात्र और शिक्षकों को डर सताता है कहीं बच्चे खेल मैदान पर जमीन की ओर झूलती बिजली के तार की चपेट में न आ जाएं। उन्हें डर सताता है कि स्कूल के ठीक सामने बंद बोरवेल के खुले गड्ढे में कोई बच्चा ना समा जाए। शिक्षकों को डर सताता है की स्कूल की छत किसी बच्चे पर ना गिर जाए। शिक्षक इस डर से उभर नहीं पाते और उन्हें मजबूरन सभी बच्चों को रसोई कमरे में पढ़ाना पड़ रहा है।
स्कूल प्रबंधन का कहना है कि वो बार-बार पत्राचार कर रहे हैं, लेकिन उनकी समस्या को दस्तावेजों में दबाकर गुम कर दिया जाता है। वहीं इस पूरे मामले में शहडोल कलेक्टर वंदना वैद्य ने कहा है कि ऐसी स्थिति में बच्चों को नहीं पढ़ने दिया जाएगा। मैं खुद स्कूल का निरीक्षण करूंगी। जल्द ही वहां की सभी अव्यवस्थाओं को दूर किया जाएगा।
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