अजयारविंद नामदेव, शहडोल। मध्य प्रदेश के शहडोल संभाग में बच्चों को गर्म सलाखों से दागने के मामले थामने का नाम नहीं ले रहे हैं। यहां फिर इलाज के नाम पर दो मासूम बच्चों को गर्म सलाखों से दागा गया, जिससे एक बच्चे की मेडिकल कॉलेज में उपचार के दौरान की मौत हो गई। वहीं दूसरे की हालत गंभीर है। उसे वेंटिलेटर में रखा गया है।

राहुल गांधी की सजा पर BJP प्रदेशाध्यक्ष बोले- आज कोर्ट ने मुहर लगा दी कि वो आदतन अपराधी हैं, कमलनाथ ने कहा- विरोधी यह ना समझें कि वे राहुल की आवाज को दबा सकते हैं

शहड़ोल जिले में 5 महीने की काव्या को सास लेने में तकलीफ के चलते इलाज के नाम पर गर्म सलाखों से दागा गया। हालात ज्यादा बिगड़ने पर परिजन उपचार के लिए मेडिकल कालेज में भर्ती कराया, जहां इलाज के दौरान मासूम बच्ची की मौत हो गई। इसी प्रकार उमरिया जिले के करकेली में 5 महीने के दिव्यांश को भी गर्म सलाखों से दागने के बाद हालात ज्यादा बिगड़ने पर उपचार के लिए मेडिकल कालेज में भर्ती कराया गया है, जहां वह वेंटिलेटर पर जिंदगी और मौत की जंग लड़ रहा है।

‘लाडली बहना योजना’ में लाभ से पहले भ्रष्टाचार! e-KYC के नाम पर महिलाओं से वसूली का VIDEO वायरल, मंत्री बोले- होगी कार्रवाई

बता दें कि आदिवासी बाहुल्य शहडोल संभाग में दगना कुप्रथा हावी है। यहां अंधविश्वास के फेर में इलाज के नाम पर मासूम बच्चों को दागने की कुप्रथा आज भी जारी है। दगना कुप्रथा के चलते संभाग में कई बच्चों की मौत भी हो चुकी है, फिर भी परिजन इस कुप्रथा से बाहर नहीं निकल पा रहे हैं।

वारदात: पत्नी की हत्या कर सिर किया धड़ से अलग, फिर नाबालिग बेटे के साथ मिलकर शव को लगाया ठिकाने, 3 महीने बाद FIR ने खोला राज

Read more- Health Ministry Deploys an Expert Team to Kerala to Take Stock of Zika Virus