अजयारविंद नामदेव, शहडोल। मध्य प्रदेश के शहडोल में कल सोमवार को अवैध कोयला खदान ने पति-पत्नी की जान ले ली। कोल माफियाओं की वजह से इसके अवैध उत्खनन में काफी तेजी आ गई है। वहीं हादसे के बाद लघु एवं कुटीर उद्योग मंत्री दिलीप जायसवाल ने अवैध उत्खनन पर रोक लगाने का दावा किया है।

SECL की खदान से लेकर कई छोटी अवैध माइनिंग संचालित

बता दें कि आदिवासी बाहुल्य शहडोल में भारी मात्रा में खनिज पदार्थ है। इस वजह से SECL की कई बड़ी कोयला खदान यहां संचालित हैं। इसके साथ ही कई छोटी-छोटी अवैध कोल माइंस का भी संचालन किया जा रहा है। बुढार, अमलाई, सोहागपुर, केशवाही, जैतपुर थाना क्षेत्रों में कोल माफिया सक्रिय हैं और बड़े पैमाने पर अवैध कोयला खदान संचालित किया जा रहा है। 

अवैध उत्खनन कर कई जिलों और राज्यों में सप्लाई करते हैं कोल माफिया

विशाल गुफानुमा जानलेवा इन अवैध खदानों को क्षेत्र के मजदूरों का जान जोखिम में डालकर इन गुफानुमा गड्ढों से कोयले की खुदाई कर भारी मात्रा में कोयला निकालते हैं।  जिसे कोल माफिया आस पास के क्षेत्र में संचालित ईंट-भट्टों समेत मध्यप्रदेश के कई जिलों और उत्तर प्रदेश व छत्तीसगढ़ में बेचा जाता है। इन जानलेवा अवैध कोयले खदानों में कई बार काम कर रहे मजदूरों की खदान धंसने से मौत भी हो जाती है। ऐसी ही घटना कल सोमवार को हुई थी जिसमें पति और पत्नी को अपनी जान गंवानी पड़ी थी। हादसे के बाद लघु एवं कुटीर उद्योग मंत्री दिलीप जायसवाल ने इसे नेशन प्रापर्टी का नुकसान बताते  हुए अवैध कारोबार को रोकने का वादा किया है।

जमीन में दफन काले पत्थर को बनाया काला हीरा

खनिज संपदा से परिपूर्ण शहडोल जिले में कोयले की बढ़ती डिमांड ने जमीन में दफन इस ‘काले पत्थर’ को काला हीरा बना दिया है। इसकी आपूर्ति पूरी करने के लिए धन के लोभियों और कोल माफियाओं ने प्रशासनिक सांठ-गांठ से जिले में अवैध खदान शुरू कर दी है। चंद पैसे का लालच देकर ग्रामीणों को गुफानुमा गड्ढों में कोयला उत्खनन कराने उतार दिया जाता है। जिसका नतीजा हाल ही में देखने को भी मिला था। 

अवैध कोयला खदान धंसने से हुई थी पति-पत्नी की मौत 

सोमवार को बुढार थाना क्षेत्र के धनगंवा चुनहा गढ़ई अवैध कोयला खदान में कोयला लेने गए पति ओंकार  यादव और पत्नी पार्वती यादव की अवैध कोयला खदान धंसने से मौत हो गई थी। माता पिता की मौत के बाद बेघर हुई 5 बेटियों ने माता पिता का  अंतिम संस्कार किया था।

SP ने कही यह बात  

इस पूरे मामले में SP रामजी श्रीवास्तव ने कहा, “सूचना मिलने पर समय समय पर इन अवैध कोयला खदानों पर कार्यवाही करते हुए रोकथाम का समुचित प्रयास किया जाता है। क्षेत्र में कोयला अधिक मात्रा में होने के के कारण यह ईजी मनी होने से कोयला चोरी होकर कोल माफियाओं तक भी जाता है।”

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