अजयारविंद नामदेव, शहडोल। मध्यप्रदेश के शहडोल जिले (Shahdol) में अंधविश्वास (Superstition) का खेल जारी है। गर्म लोहे से बच्चों को दागने के तीन और नए मामले सामने आए है। जहां 20 दिन का मासूम भी इसकी भेंट चढ़ गया। जिले में 5 दिन के अंदर दो बच्चों की मौत (Death) हो चुकी है। अब तक कुल 5 बच्चों को गर्म लोहे से दागने का केस सामने आ चुका है। वहीं बच्चियों की मौत पर प्रदेश के मुखिया शिवराज सिंह चौहान का बयान सामने आया है। उन्होंने कहा कि विधि अनुसार कार्रवाई की जाएगी।

दरअसल, जिले में इन दिनों दगना कुप्रथा (Dagna Pratha) के चलते इलाज के नाम पर मासूम बच्चों को गर्म सलाखों से दागने का मामला सुखियों में है। सिंहपुर के समातपुर और कठौतिया ग्राम में 3 माह की दुधमुंही दो बच्चियों को सांस लेने में हो रही तकलीफ के चलते परिजनों ने अंधविश्वास के फेर में गर्म लोहे से कई बार दगवाया, जिसके चलते बच्चियों की हालत और बिगड़ गई। परिजनों ने उनको अस्पताल में भर्ती कराया, जहां इलाज के दौरान दोनों बच्चियों की मौत हो गई।

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तीन और बच्चों को गर्म सलाख से दागा

यह मामला अभी ठंडा नहीं हुआ था कि तीन और नए मामले सामने आ गए। सिंहपुर थाना क्षेत्र के ग्राम कोदावर में 20 दिन के दुधमुंहे बच्चे साहिल को गर्म सलाख से दगवा दिया। इसी प्रकार सिंहपुर के ग्राम पठरा में 7 माह के बच्चे राजेश बैगा और जयसिंहनगर के बनचाचर के पास एक बच्चे को गर्म लोहे से दागा गया।

इस मामले में पुलिस ने दो दाइयो के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज किया है। इसके साथ ही 15 आशा कार्यकर्ता और सहायिका की सेवा समाप्त की गई है। 10 अधिकारी-कर्मचारियों का तबादला (Transfer) किया गया है। वहीं बीएमओ (BMO) को कारण बताओ नोटिस (Notice) जारी किया गया है।

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वहीं दगना से बच्चियों की मौत के मामले में प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह (CM Shivraj Singh) का बयान सामने आया है। उन्होंने कहा कि मामले में दोषी पाए जाने वालों के खिलाफ विधि अनुसार कार्रवाई की जाएगी।

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