संतोष राजपूत, शाजापुर। शाजापुर जिले के शुजालपुर में रेलवे ट्रैक पार करते समय बड़ा हादसा हो गया। ट्रेन इंजन की चपेट में आने से बुजुर्ग महिला की दर्दनाक मौत हो गई। दरअसल प्लेटफार्म नंबर 2 की ऊंचाई अधिक होने से बुजुर्ग नहीं चढ़ सकी। सामने से ट्रेन आती देख वृद्धा ने अपने 12 वर्षीय कैंसर पीड़ित पोते को प्लेटफार्म पर चढ़ा दिया, लेकिन खुद इंजन की चपेट में आई।

12 वर्षीय कैंसर पीड़ित पोते को दादी ने प्लेटफार्म पर चढ़ाया, खुद इंजन से टकराई, मौत

भोपाल के ईटखेड़ी इलाके की निवासी 70 वर्षीय जैतून बी पति मुंशी खा की बेटी शुजालपुर के अवंतिपुर बड़ोदिया थाना अंतर्गत लगने वाले ग्राम अरंडिया में रहती है। बेटी की तबीयत खराब होने की खबर मिलने पर जैतून बी 2 दिन पहले अपने 12 वर्षीय पोते सलमान के साथ बेटी को देखने पहुंची थी। आज वापस अपने घर जाने के लिए बुजुर्ग अपने पोते के साथ शुजालपुर रेलवे स्टेशन पहुंची और टिकट लेने के बाद प्लेटफार्म क्रमांक 2 पर भोपाल की तरफ जाने वाली ट्रेन में बैठने के लिए पटरी पार कर प्लेटफार्म पर चढ़ने की कोशिश कर रही थी, तभी हादसा हो गया।

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वृद्धा ने सामने से इंजन आता देखा तो आनन-फानन में अपने 12 वर्षीय पोते को गोद में उठाकर अपनी जान की परवाह किए बगैर प्लेटफार्म पर चढ़ा दिया। लेकिन वो खुद इंजन की चपेट में आ गई और उसकी मौत हो गई। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि प्लेटफार्म की ऊंचाई अधिक होने से वृद्ध महिला नहीं चढ़ पाई। वह पोते को चढ़ाकर दोबारा प्लेट फॉर्म पर चढ़ने का प्रयास किया, लेकिन तब तक रेलवे ट्रैक से गुजर रहे इंजन ने वृद्धा को अपनी चपेट में ले लिया। जिससे घटना स्थल पर ही महिला की मौत हो गई।

जीआरपी पुलिस ने परिजनों को सूचना देकर शव का पंचनामा बनाकर पोस्टमार्टम के लिए शुजालपुर सिटी सिविल अस्पताल पहुंचाया है। परिजनों ने मीडिया को बताया कि अपनी दादी जैतून बी के साथ बुआ के यहां ग्राम अरंडीया मिलने आए 12 वर्षीय सलमान को बीते 3 साल से ब्लड कैंसर है और उसका भोपाल में इलाज भी चल रहा है। सलमान घटना के बाद से सदमे में है।

3 दिन पहले रेलवे ट्रैक पर मिले शव की हुई पहचान

3 दिन पहले रविवार रात शुजालपुर रेलवे स्टेशन के पास ट्रेन की चपेट में आने से मृत हुए व्यक्ति की पहचान इंदौर के मेट्रो रेल प्रोजेक्ट में मजदूरी करने आए झारखंड निवासी मजदूर के रूप में की गई है। मृतक के 3 परिजन पासपोर्ट फोटो लेकर उसे ढूंढते हुए आज शुजालपुर स्टेशन पहुंचे और रेलवे पुलिस ने जब शव का खराब चेहरा, कपड़े के बारे में जानकारी दी, तो उनके आंसू बह निकले।

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रेलवे पुलिस के प्रधान आरक्षक गंगाराम वर्मा ने बताया कि रविवार की रात 10:55 बजे करीब ट्रेन की टक्कर से 45 वर्षीय व्यक्ति की दर्दनाक मौत हो गई थी। शव का चेहरा बुरी तरह खराब हो गया था। हाथ-पैर टूट गए थे। उसके पास से कोई भी ऐसा दस्तावेज नहीं मिला था, जिससे उसकी पहचान की जा सके। शव को पोस्टमार्टम कक्ष में फ्रिजर में शिनाख्ती के लिए 72 घंटे के लिए रखा गया था। आज बुधवार झारखंड से तीन युवक एक पासपोर्ट फोटो लेकर शुजालपुर रेलवे पुलिस के पास आए और बताया कि उनके परिजन झारखंड निवासी ठाकुर पिता गोपीन आदिवासी (40 वर्ष) शिप्रा एक्सप्रेस से इंदौर से झारखंड का सफर करने के दौरान 1 अप्रैल को शुजालपुर रेलवे स्टेशन पर उतरे थे और उसके बाद से गायब है। कपड़े और हुलिए की जानकारी देने पर परिजनों ने शव देखकर शिनाख्त की। मृतक ठाकुर अपने झारखंड इलाके में रोजगार न मिलने के कारण कुछ साथियों के साथ इंदौर में चल रहे मेट्रो रेलवे के काम में 450 रुपए रोज के हिसाब से मजदूरी करने के लिए आया था।

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