आरिफ कुरैशी, श्योपुर। कूनो नेशनल पार्क में पिछले 2 महीनों से एक के बाद एक हो रही चीतों की मौत से वन अमला ही नहीं बल्कि आम नागरिक भी हैरान है। वन अमला जहां अपनी कमियों का पता लगाकर उन्हें दूर करने में जुटा है, वहीं दूसरी ओर अब आम लोग भी चीतों की सलामती के लिए इलाके के मंदिरों में पूजा- पाठ और हवन पूजन से लेकर महामृत्युंजय मंत्रों का जाप कर रहे हैं। लोग कूनो की सलामती के लिए प्रार्थना भी कर रहे है।

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मामला कराहल के प्रसिद्ध मंशापूर्ण हनुमान मंदिर का है जहां इन दिनों कराहल कस्बे के जागरूक नागरिक और युवाओं के द्वारा चीतों की सलामती के लिए हवन पूजन और महामृत्युंजय मंत्र का जाप किया जा रहा है। युवा प्रार्थना कर रहे है कि, अब कूनों में किसी चीते की मौत न हो और जो बीमार है वह पूरी तरह से स्वस्थ हो जाएं। चीतों के लिए युवा इसलिए भी परेशान है कि, एक लंबे अरसे के बाद भारत की भूमि पर चीतों को बसाया गया है। कराहल के दौरे पर आए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने क्षेत्र के लोगों को उनकी जिम्मेदारी सौंपी थी। उनकी मौत से न सिर्फ कूनों का नाम खराब हो रहा है बल्कि क्षेत्र का जो कायाकल्प होने जा रहा था उस पर भी ब्रेक लगने की संभावना है।

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बता दें कि, कूनो नेशनल पार्क में पिछले 2 महीनों के भीतर तीन शावकों सहित 6 चीतों की मौत हो चुकी है। एक शावक अभी भी बीमार है। चीतों के लिए हनुमान मंदिर पर हवन पूजन और महामृत्युंजय कर रहे पंचायत सचिव गिर्राज पालीवाल, समाजसेवी सुनील का कहना है कि चीतों की सलामती के लिए वह पूजा पाठ कर रहे हैं। वह चाहते हैं कि, कूनो से या फिर कोई बुरी खबर नहीं आए।

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