शिखिल ब्यौहार,भोपाल। मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के श्योपुर स्थित कूनो नेशनल पार्क (Kuno National Park) में चीतों की मौत का सिलसिला लगातार जारी है। आज शुक्रवार को एक और चीते की मौत हो गई. नर चीता सूरज ने दम तोड़ दिया है. पीएम रिपोर्ट के बाद मौत के कारणों का खुलासा होगा. इससे पहले मंगलवार को चीते तेजस की मौत हुई थी. बीते 4 महीने में 8 चीतों की जान जा चुकी है. जिससे चीता प्रोजेक्ट पर संकट नजर आ रहा है. प्रोजेक्ट पर भी सवाल उठने लगे हैं. विशेषज्ञों का दल कूनो पहुंचकर पूरे मामले की जांच में जुट गया है.

चीता तेजस की मौत से जुड़ी बड़ी खबरः शरीर के आंतरिक अंग सामान्य रूप से नहीं कर रहे थे काम, पीएम में खुलासा

बताया जा रहा है कि बीते दिनों चीता तेजस और सूरज के बीच लड़ाई हुई थी. एक दूसरे पर हुए हमले से दोनों चीते घायल हो गए थे. सूरज को अंदरूनी चोट लगी थी, जिससे वो भी गंभीर रूप से जख्मी हो गया था. आज सर्चिंग के दौरान चीता सूरज का शव मिला है. जिससे कूनो नेशनल पार्क में हड़कंप मच गया है.

इससे पहले चीता “तेजस” की मौत हुई थी. जिसमें बताया गया था कि उसके शरीर के आंतरिक अंग सामान्य रूप से काम नहीं कर रहे थे. चीता का फेफड़ा, दिल, तिल्ली और गुर्दे सामान्य नहीं पाए गए. शव परीक्षण के दौरान तेजस का वजन 43 किलोग्राम पाया गया जो सामान्य नर चीता के औसत वजन से कम था.

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कूनो नेशनल पार्क में चीता तेजस की मौत का संभावित कारण ट्रॉमेटिक शॉक बताया गया. पालपुर स्थित वाइल्ड लाइफ हॉस्पिटल में तेजस के शव का परीक्षण किया गया. परीक्षण में हृदय के एरोटा और ओरिकल में चिकन फैट का जमाव के साथ जमा हुआ रक्त भी पाया गया. संभवत: चीता के आंतरिक रूप से कमजोर होने के कारण बाड़े में मौजूद अन्य मादा चीता से हुई हिंसक झड़प से हुये ट्रामा की स्थिति से रिकवर नहीं कर पाया.

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बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 17 सितंबर 2022 को कूनो नेशनल पार्क में नामीबिया से आए आठ चीतों को जंगल में छोड़ा था. आठ नामीबिया और 12 चीता दक्षिण अफ्रीका से लाए गए थे. इसके साथ ही मादा चीता ने तीन शावकों को जन्म दिया था. इनमें सभी शावकों की मौत हो गई है. साथ ही पांच बड़े चीतों की मौत हो गई है. इस तरह अब तक 8 चीतों की मौत हो चुकी है. कूनो नेशनल पार्क में अभी 15 चीते बचे हैं. ऐसे में चीता प्रोजेक्ट से जुड़े लोगों की चिंता बढ़ गई है.

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