आरिफ कुरैशी, श्योपुर। मध्यप्रदेश के श्यापुर जिले में बुधवार को श्योपुर नगर पालिका में आयोजित हुई परिषद की बैठक में कुछ मुद्दों को लेकर कांग्रेस और बीजेपी के पार्षदों के बीच तीखी बहस होने के बाद जमकर हंगामा हुआ। हंगामे के बाद नाराज कांग्रेस पार्षद बैठक का बहिष्कार करके नगर पालिका से बाहर निकल आए। उन्होंने नगरपालिका के सीएमओ, अध्यक्ष और बीजेपी पार्षदों पर भ्रष्टाचार करने के आरोप लगाए। जिसके बाद कलेक्ट्रेट पहुंचकर मामले की शिकायत कलेक्टर शिवम वर्मा से की है।

कांग्रेस पार्षद अलाउद्दीन खिलजी का आरोप है कि नगर पालिका की अध्यक्ष और सीएमओ सतीश मतसेनिया ने नगर पालिका में जमकर भ्रष्टाचार किया जा रहा है। हाल ही में ब्लैक लिस्टेड ठेकेदारों को शहर के नालों की सफाई का ठेका 30 लाख रुपए में दिया गया है। जबकि इस काम को पिछले अध्यक्षों के कार्यकाल में महज एक लाख रुपए में एक महीने तक कराया जाता था। पार्षदों की मानें तो पहले नालों की सफाई के लिए बारिश की सीजन में नगर पालिका 5-5 हजार रुपए प्रति माह के हिसाब से 20 सफाई कर्मियों की नियुक्ति तीन महीनों के लिए की जाती थी।

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इन सफाई कर्मियों के द्वारा बारिश के सीजन में नाली नालों की सफाई की जाती थी। तब शहर में किसी भी तरह की कोई दिक्कत नहीं होती थी। लेकिन ब्लैक लिस्टेड ठेकेदार को महंगे कमीशन पर शहर के नालों की सफाई का ठेका देकर शासन को लाखों रुपए की चपत लगाई गई है। उन्होंने शहर की सफाई व्यवस्था से लेकर नगर पालिका द्वारा की जा रही निर्माण कार्यों को बेहद घटिया स्तर का बताया है। इस घोटाले में सीएमओ से लेकर अध्यक्ष और बीजेपी पार्षदों के लिप्त होने के आरोप भी लगाए हैं। सीएमओ ने पार्षदों के आरोप को निराधार बताते हुए कहा कि किसी भी तरह का कोई घोटाला नहीं हुआ है।

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