कपिल मिश्रा, शिवपुरी। देश की सेवा में तैनात मध्य प्रदेश के शिवपुरी के आईटीबीपी उपनिरीक्षक रोहित चौरसिया का शनिवार को बिहार के पूर्णिया में इलाज के दौरान निधन हो गया। सोमवार सुबह उनके पार्थिव शरीर को तिरंगे में लपेट कर शिवपुरी लाया गया। जहां पूरे राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया। इस दौरान काफी तादाद में रोहित के परिजन, ग्रामीण और सेना के जवान मौजूद थे।
रोहित चौरसिया के अंतिम संस्कार के दौरान जवानों ने उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर भी दिया। उनके 4 वर्षीय बेटे ने उन्हें मुखाग्नि दी। जानकारी के अनुसार रोहित की ‘ब्लैक फंगस’ की बीमारी से जूझ रहे थे यही उनकी मौत का कारण बनी। जबकि मौत का असल कारण पीएम रिपोर्ट आने पर ही सामने आ पायेगा।
देशभक्ति के नारों के साथ दी गई अंतिम विदाई
दिल्ली हवाई अडडे से आईटीबीपी के ट्रक से रोहित के पार्थिव शरीर को शिवपुरी लाया गया जहां मौजूद आईटीबीपी, सीआरपीएफ, एसएएफ, जिला पुलिस के साथ साथ शहरवासियों ने देशभक्ति के नारों के साथ रोहित को अंतिम विदाई दी। रोहित के पार्थिव शरीर को शहर के मुख्य मार्गो से निकाला गया। जगह-जगह शहरवासियों ने वाहन रोककर श्रद्धांजलि अर्पित की।
गौरतलब है कि रोहित चौरसिया आईटीबीपी में सब इंस्पेक्टर के रूप में पदस्थ थे। उन्होंने 2002 को आईटीबीपी ज्वाइन की थी। रोहित की शादी 2009 में हुई थी। अपने पीछे एक 11 साल की बेटी और 4 साल का बेटा छोड़ गए हैं। रोहित आखरी बार मधुरई आईटीबीपी बेस से जून माह में अपने घर शिवपुरी आया था, इसके बाद उसे नई पोस्टिंग बिहार के पूर्णिया में मिली थी। छुट्टी खत्म होने के बाद रोहित ने 30 जून को आईटीबीपी हेड बेस ज्वाइन कर लिया था। वह कुछ दिन से बीमार थे, जिसका इलाज बिहार पूर्णिया के अस्पताल में चल रहा था। दो दिन पहले तबीयत अधिक बिगड़ने पर उन्हें सिलीगुड़ी के अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जहां शनिवार की शाम उनका निधन हो गया।
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