अटल शुक्ला, सीधी। मध्य प्रदेश के सीधी जिले से इंसानियत को झकझोर देने वाला मामला सामने आया है. जिले के पश्चिमांचल बहुचर्चित अल्ट्राटेक सीमेंट प्लांट के हॉस्पिटल की लापरवाही के चलते 6 माह के बच्चे की मौत हो गई. परिजनों की सूचना पर पहले तो एंबुलेंस 5 घंटे लेट पहुंची. वहीं ड्राइवर मासूम को अस्पताल ले जाने के बजाए तीन घंटे तक एक गांव से दूसरे गांव में ही घूमाता रहा, जिससे मासूम ने एंबुलेंस में ही दम तोड़ दिया.

जानकारी के अनुसार रामपुर नैकिन थाना के रघुनाथपुर निवासी दिलीप गौतम के बेटे की तबीयत 29 दिसंबर को अचानक बिगड़ गई. जिसके बाद परिजन ने सुबह 8 बजे एंबुलेंस के लिए फोन किया. 5 घंटे बाद एक बजे दोपहर एंबुलेंस उपलब्ध कराया गया. इसके बावजूद भी 3 घंटे तक ड्राइवर मासूम को लेकर इस गांव से उस गांव घूमाता रहा, जिससे मासूम की हालत और बिगड़ गई और उसकी मौत हो गई.

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पीड़ित परिजन ने बताया कि सूचना देने के 5 घंटे बाद एंबुलेंस आई. ड्राइवर ने कहा कि आस-पास के गांव में जितने भी मरीज हैं, उनको भी एक साथ लेकर जाऊंगा. इस दौरान परिजन एंबुलेंस चालक के सामने गिड़गिड़ाते रहे, लेकिन ड्राइवर ने उनकी बात नहीं सुनी. इसी लापरवाही ने बच्चे की जान ले ली.

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इधर, आक्रोशित परिजनों ने अल्ट्राटेक सीमेंट प्लांट बघवार मेन गेट के सामने धरने पर बैठ गए, लेकिन प्रबंधक 4 घंटे बीत जाने पर भी तानाशाही रवैया अपनाया रहा और किसी प्रकार से बात करने के लिए तैयार नहीं है. वहीं आसपास के कुछ चमचे अपनी राजनीतिक रोटी सेक रहे हैं. कंपनी के इशारे पर पीड़ित परिजनों पर मामला शांत करने के लिए दबाव बना रहे हैं.

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