पुष्पलेश द्विवेदी,सिंगरौली। सीएम हेल्पलाइन की झूठी शिकायत दर्ज कराने वालों के खिलाफ मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने पुलिस में एफआईआर दर्ज कराने के निर्देश दिए थे. अब मध्यप्रदेश के सिंगरौली जिले में एक शिकायतकर्ता के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने जिला शिक्षा विभाग के अधिकारी ने निर्देश दिए हैं. अब सीएम हेल्पलाइन में शिकायत दर्ज कराना युवक को भारी पड़ सकता है.
दरअसल सिंगरौली जिले में एक छात्र श्याम दास साहनी ने सीएम हेल्पलाइन में शिकायत दर्ज कराई थी, कि उसने कक्षा दसवीं की परीक्षा साल 2017-18 में दी थी. नियमित छात्र होने के बाद भी उसे स्कूल प्रबंधन द्वारा स्वाध्याय कर दिया गया था. शिकायत की जांच हुई तो जिला शिक्षा अधिकारी केने प्रतिवेदन दिया कि छात्र की उपस्थिति कम थी, इसलिए उसे नियमित से स्वाध्याय कर दिया गया था.
अभद्र भाषा बोलने पर कराई जा रही एफआईआर
जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय से मिली जानकारी के मुताबिक शिकायतकर्ता छात्र के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने प्रतिवेदन अपर कलेक्टर डीपी बर्मन के पास भेजा गया था, उस प्रतिवेदन में बताया गया कि छात्र सीएम हेल्पलाइन नंबर 181 में फोन लगाकर कॉल सेंटर के एग्जीक्यूटिव से गलत और अभद्र भाषा में बात किया था. जिसे लेकर उसके खिलाफ एफआईआर दर्ज कराए जाने की अनुमति दी जाए. जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय से आए प्रतिवेदन के बाद 9 दिसंबर को जिला प्रशासन द्वारा छात्र के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराए जाने का आदेश जारी किया गया है.
प्रदेश में संभवत सीएम के आदेश के बाद पहला मामला
सीएम हेल्पलाइन में शिकायतकर्ता के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराए जाने का शायद प्रदेश में यह पहला मामला है. अभी तक सीएम हेल्पलाइन में शिकायत करने वाले शिकायत कर्ताओं के खिलाफ एफआईआर दर्ज नहीं की जाती थी. हालांकि यह बात भी सही है कि कुछ लोग जानबूझकर सीएम हेल्पलाइन में झूठी शिकायतें दर्ज कराते हैं, ताकि इसके बहाने अधिकारियों और कर्मचारियों को परेशान और उनका समय खराब किया जाए, लेकिन ज्यादातर जो शिकायतें सीएम हेल्पलाइन में की जाती हैं वह सही ही पाई जाती हैं.
जिले में 9000 से अधिक शिकायतें लंबित
बताते चलें कि सिंगरौली जिले में शासकीय विभागों के खिलाफ सीएम हेल्पलाइन में दर्ज शिकायतों का आंकड़ा 9000 से अधिक है, जो काफी दिनों से लंबित पड़ी हुई है. जिले के अधिकारी जिस तरह से शिकायतों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने में जल्दबाजी दिखा रहे हैं. अगर यही जल्दबाजी लंबित शिकायतों के निराकरण करने में दिखाई जाती तो शायद यह शिकायतों के लंबित प्रकरण की संख्या इतनी ज्यादा नहीं रहती. समाधान होने पर लोगों को राहत भी मिलती, लेकिन सवाल यह उठ रहा है कि सीएम हेल्पलाइन की प्रदेश स्तरीय मासिक मीटिंग में आज तक सिंगरौली जिला कभी भी पहले स्थान पर क्यों नहीं आया.
Read more- Health Ministry Deploys an Expert Team to Kerala to Take Stock of Zika Virus
- छत्तीसगढ़ की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- उत्तर प्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- लल्लूराम डॉट कॉम की खबरें English में पढ़ने यहां क्लिक करें
- खेल की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
- मनोरंजन की बड़ी खबरें पढ़ने के लिए करें क्लिक