रायपुर. रायपुर लोकसभा क्षेत्र के सांसद सुनील कुमार सोनी ने गरीब कल्याण के मुद्दे पर कांग्रेस और विपक्ष पर लोकसभा सत्र में व्यवधान करने का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि विपक्ष संसद को ठप करना चाहती है तथा कलई खुलने के डर से चर्चा की बजाए बाधा पहुंचाकर संसद सत्र नहीं चलने नहीं चलने देना चाहती है, जो छत्तीसगढ़ के गरीबों के साथ अन्याय है. उन्होंने कहा कि सांसद जनता की आवाज उठाने के लिए चुने गए हैं, लेकिन विपक्ष के लगातार व्यवधान से संसद सत्र सुचारू ढंग से चल नहीं पा रहा है.

रायपुर लोकसभा सांसद सोनी ने बताया कि लोकसभा में आज छत्तीसगढ़ प्रदेश में प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना को लेकर प्रश्न पूछा जाना था. छत्तीसगढ़ सरकार को सभी जिलों के लिए प्रधानमंत्री गरीबी कल्याण अन्न योजना के तहत अनाज आबंटित किया गया था, जिसे राज्य सरकार द्वारा वितरित नहीं किया गया है. यह एक गंभीर विषय है, जिस पर चर्चा करना आवश्यक है, लेकिन विपक्ष की कारगुजारी के चलते संसद सत्र बार-बार स्थगित हो रहा है. उन्होंने केन्द्र सरकार से छत्तीसगढ़ में प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के अंतर्गत आबंटित अनाज के वितरण नहीं किए जाने की जांच के आदेश दिए जाने की मांग की है.(लोकसभा प्रश्न/आबंटित अनाज का विवरण संलग्न)

सोनी ने कहा कि सार्वजनिक वितरण प्रणाली के अंतर्गत भारत सरकार द्वारा कोरोना महामारी के दौर में प्रति सदस्य प्रति माह 5 किलो नि:शुल्क अतिरिक्त खाद्यान्न का आबंटन जारी किया गया था. परंतु छत्तीसगढ़ सरकार ने एक से चार सदस्यीय प्राथमिकता राशन कार्ड धारियों को अतिरिक्त चांवल का वितरण नहीं किया. शासन के 5 सदस्यीय राशन कार्ड धारियों को नाम मात्र का चांवल वितरित किया. गरीब कलयाण अन्न योजना का चावल समूचे देश के गरीब परिवारों को वितरित किया गया, लेकिन छत्तीसगढ़ के गरीब परिवार इस योजना से वंचित हो गए. यह ज्वलंब मुद्दा है, जिस पर लोकसभा में चर्चा करना अति आवश्यक है. लेकिन कांग्रेस व अन्य विपक्षी दलों के व्यवधान के चलते गरीब के पेट से जुड़े इस विषय पर चर्चा नहीं हो पा रही है.