हरदा/डिंडोरी/पन्ना। मध्यप्रदेश के हरदा जिले के ग्राम नकवाड़ा के प्राइवेट स्कूल में एक छात्र की संदिग्ध व्यवस्था में मौत हो गई. परिजनों ने स्कूल प्रबंधन पर लापरवाही का आरोप लगाया है. इधर डिंडोरी जिले में अनुसूचित जनजाति बालक छात्रावास में रहने वाले 11वीं के छात्र की अचानक तबीयत बिगड़ गई. जिसने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया.
नीलम राज शर्मा। पन्ना जिले के शाहनगर के हाई स्कूल पुरैना के एक दर्जन छात्राओं की पानी पीने के बाद तबीयत बिगड़ गई. छात्रों को आनन-फानन में कटनी जिला अस्पताल रेफर किया गया. जहां 108 की सहायता से बच्चों इलाज के लिए भर्ती करवाया गया. सभी को सिर दर्द और चक्कर आने से बेहोश हो गए. तीन से चार छात्राओं की हालत नाजुक है. एसडीएम, तहसीलदार और पुलिस के आला अधिकारी मौजूद हैं. कक्षा 9वीं और 10वीं की छात्राएं हैं, जो अनकॉन्शियस हो गई थी.
हरदा में बच्चे की संदिग्ध मौत
कपिल शर्मा। हरदा जिले के ग्राम नकबाड़ा में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है. प्राइवेट रेड फ्लॉवर स्कूल में 9वीं कक्षा के छात्र की संदिग्ध व्यवस्था में मौत हो गई. जानकारी के अनुसार ग्राम जिजगांव खुर्द निवासी तानिष (14 वर्ष) पिता दिनेश सैनी ग्राम नकबाड़ा की रेड फ्लॉवर स्कूल में कक्षा 9वीं का छात्र है. बालक के चाचा राकेश सैनी ने बनाया की आज सुबह 8 बजे उसका भतीजा स्वस्थ हालत में स्कूल गया था. लेकिन 11 बजे स्कूल से दो शिक्षक बालक को बाइक पर घर लाए और बोले ये बेहोश हो गया और छोड़कर चले गए.
बच्चे को नहीं थी कोई बीमारी
इसके बाद हमने गांव के डॉक्टर को दिखाया, तो उन्होंने हरदा ले जाने को कहा. हरदा लेकर आए, तो डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया. जब स्कूल संचालक को फोन कर कहा गया कि बच्चे को डॉक्टर के पास क्यों नहीं ले गए, तो जवाब में कहा गया कि ये काम हमारा नहीं है. ये आपका काम है. आप डॉक्टर को दिखाओ. स्कूल से कोई भी साथ नहीं आए. 2 भाई बहन थे. उसे पहले से कोई बीमारी नहीं थी. अब स्कूल के लोग ही बता सकते हैं उसे क्या हुआ था ?
स्कूल प्रबंधन ने कहा- चक्कर खाकर गिरा था बच्चा
जिला अस्पताल में डॉक्टर ने बच्चे का पोस्टमार्टम कर शव परिजनों को सौंप दिया है. घर में मातम छाया हुआ है और मां का रो-रोकर बुरा हाल है. इधर स्कूल संचालक शिवनारायण शर्मा का कहना है कि बालक स्कूल आया था और 2 सब्जेक के बाद खेलने के लिए मैदान पर आया. इसके बाद उसे चक्कर आया और वह नीचे गिर गया. उसके बाद हमने उससे पानी पिला कर दो शिक्षकों के साथ घर भेजवा दिया था.
डिंडोरी में 11वीं के छात्र की इलाज के दौरान मौत
दीपक ताम्रकार। डिंडोरी जिले के शहपुरा में अनुसूचित जनजाति बालक छात्रावास में रहने वाले 11वीं के छात्र अभिलाष झारिया की सुबह अचानक तबीयत बिगड़ गई. जिसे इलाज के लिए परिजनों ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र शहपुरा में भर्ती कराया. इलाज के दौरान अभिलाष ने दम तोड़ दिया. परिजनों ने अस्पताल में हंगामा करते हुए सही इलाज नहीं करने का आरोप लगाया है.
परिजनों ने इलाज में लापरवाही का लगाया आरोप
कलेक्टर विकास मिश्रा ने बताया कि हरिजन छात्रावास शहपुरा के कक्षा 11वीं के छात्र अभिलाष झारिया की सुबह तबीयत अचानक खराब हो गई थी. उसे इलाज के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया, जहां वो अचेत हो गया. परिजनों ने भी फोन पर बात की और सही इलाज नहीं करने का आरोप लगाया है. मामले की जांच के लिए एसडीएम शहपुरा को मौके पर भेजा गया.
कलेक्टर ने जांच की कही बात
छात्रों के परिजनों को सहायता भी उपलब्ध कराई जा रही है. जांच में जो भी तथ्य सामने आएंगे और उस आधार पर ठोस कार्रवाई की जाएगी. छात्रावास की स्थिति पता कराने के लिए सीएमएचओ को निर्देशित किया गया है. उन्हें भी छात्रावास भेजा गया है.
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