शब्बीर अहमद,भोपाल। मध्यप्रदेश में शिक्षक वर्ग-3 की भर्ती परीक्षा के समय पेपर लीक मामले की जांच की जाएगी. पीईबी (प्रोफेशनल एग्जामिनेशन बोर्ड) के अध्यक्ष आईसीपी केसरी ने ट्वीट किया है. जिसमें उन्होंने कहा कि इसकी पूर्ण जांच की जा रही है. 24 मार्च को प्रश्न पत्र में पूछे गए सवालों का पेपर लीक हुआ था. जिसके बाद से एक बार फिर पीईबी द्वारा आयोजित परीक्षा सवालों के घेरे में है. लल्लूराम डॉट काम ने इस खबर को प्रमुखता से उठाया था. जिसके बाद खबर का असर देखने को मिला है.

दरअसल एमपी TET वर्ग तीन का पेपर लीक होना का आरोप परीक्षा में बैठे अभ्यर्थी और कांग्रेस लगा रही है. अभ्यर्थी का कहना है कि जब एग्जाम सेंटर में जूते, कड़े, स्मार्ट वॉच, मोबाइल लेने जाने की स्टूडेंट और पर्यवेक्षक दोनों को इजाजत नहीं थी, तो फिर कैसे परीक्षा का पेपर का स्क्रीन शॉट वायरल हो रहा है. यानी परीक्षा के समय या उससे पहले 25 मार्च को वर्ग-3 का होने वाला पेपर लीक हुआ है.

एमपी शिक्षक वर्ग 3 भर्ती परीक्षा के वक्त पेपर मोबाइल पर वायरल, मोबाइल ले जाने की नहीं थी इजाजत, बड़ा सवाल- पेपर का फोटो बाहर कैसे आया ?

बता दें कि शिक्षक वर्ग-3 की परीक्षा ऑनलाइन आयोजित हो रही है. जिसमें करीब 30 लाख से ज्यादा अभ्यर्थी शिक्षा भर्ती में पात्र होने के लिए पीईबी द्वारा आयोजित एमपी TET की परीक्षा दे रहे है, जो पिछले एक हफ्ते से जारी है. मामला सामने आने के बाद कांग्रेस कई नेताओं के बयान सामने आए है. सभी ने इसे व्यापमं 2 बताया है. इसके साथ ही मामले की उच्चस्तरीय जांच की मांग की है.

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कांग्रेस के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने भी मामले की जांच की मांग थी. उन्होंने ट्वीट कर लिखा कि ये गंभीर आरोप है. इसकी जांच तत्काल होना चाहिए. इसी तरह कांग्रेस नेता अरुण यादव ने ट्वीट पर लिखा कि व्यापमं घोटाला जारी है, क्योंकि जब तक शिवराज मुख्यमंत्री रहेंगे व्यापमं के माध्यम से होने वाली भर्तियां में भ्रष्टाचार जारी रहेगा. शिक्षक वर्ग 3 के एग्जाम चल रहे है और पेपर मोबाइल पर आ गया. इस घटना की उच्च स्तरीय जांच होना चाहिए जिससे दोषियों पर कड़ी कार्यवाही हो सके.

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