शिखिल ब्यौहार, भोपाल। मध्य प्रदेश में बाघों का शिकार करने वाले शिकारी सक्रिय हो गए हैं। 14 जुलाई को राजधानी भोपाल से 37 किलोमीटर दूर एक बाघ का शव बरामद हुआ था। उसके पंजे और नाखून भी गायब थे। सड़ चुके शव का पीएम कराया गया जिसके बाद जांच में जो खुलासा हुआ उससे अधिकारियों की नींद उड़ जाएगी। 

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बताया गया कि चिकलोद रेंज के आशापुरी के पास बाघ की गोली मारकर हत्या की गई थी। इसके बाद शिकारियों ने इसके 4 नाखून और पंजे काट लिए थे। वहीं सबूत मिटाने के लिए बाघ के शव को पानी में फेंक दिया था। फॉरेंसिक टीम ने इस मामले की जांच की थी। 

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टाइगर स्टेट के नाम से मशहूर मध्य प्रदेश में शिकारी सक्रिय हैं। जो चंद पैसे कमाने के लिए एमपी की शान का शिकार करने से भी नहीं चूक रहे हैं। लगातार बाघों की मौत के मामले सामने आने के बाद अब यह चिंता सताने लगी है कि कहीं प्रदेश को मिला यह तमगा छिन न जाए। अब देखना यह होगा कि इस पर लगाम लगाने के लिए शासन-प्रशासन क्या कड़े फैसले लेता है।

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