मुकेश सेन, टीकमगढ़। सड़कों पर घूम रहे गोवंश को लेकर साधु संतों ने प्रशासन और सरकार को छठी का दूध याद दिलाने की चेतावनी दी है। मध्य प्रदेश के टीकमगढ़ जिले में गोवंश के सरंक्षण को लेकर संत स्वारूपानंद महाराज भूख हड़ताल पर बैठे है। उन्होंने भाजपा पर हमला बोलते हुए कहा कि यहां केंद्रीय मंत्री से लेकर राज्यमंत्री, विधायक और जनप्रतिनिधि सभी गौभक्त संतसेवी है। उसके बाद भी गौमाता की आज यह स्थिति है कि वह दर-दर की ठोकरे खाने पर मजबूर है। इसके बारे में जिससे भी पूछों वह मुंह लटका लेता है।
दरअसल, जिले में गोवंश की दुर्दशा को लेकर पिछले एक साल के दौरान कई आंदोलन हो चुके हैं। करीब 4 माह पहले महेंद्र सागर तालाब बायपास रोड पर ट्रक की चपेट में आने से चार गोवंश की मौत हो गई थी। घटना के बाद संत देव स्वरूपानंद महाराज मौके पर ही धरने पर बैठ गए थे। इस दौरान पूर्व एसडीएम सीपी पटेल ने एक सप्ताह के अंदर सड़क पर घूम रहे गोवंश को गौशालाओं में शिफ्ट करने का लिखित आश्वासन दिया था।
कलेक्ट्रेट के सामने भूख हड़ताल
बावजूद इसके 4 माह बीत जाने पर भी निराश्रित गोवंश को उचित स्थान पर शिफ्ट नहीं किया गया और आज भी शहर सहित जिले की प्रमुख सड़कों पर बड़ी संख्या में निराश्रित गोवंश घूम रहा है। इससे दुःखी होकर संत देव स्वरूपानंद महाराज ने 25 अगस्त से कलेक्ट्रेट के सामने अनिश्चितकालीन भूख हडताल धरना शुरू कर दिया। उन्होंने कहा कि जब तक निराश्रित गोवंश को गौशालाओं में शिफ्ट नहीं किया जाएगा, तब तक भूख हड़ताल जारी रहेगी।
उन्होंने कहा कि जिले में केंद्रीय मंत्री से लेकर राज्यमंत्री, विधायक और जनप्रतिनिधि सभी गौभक्त व संतसेवी है। इसके बाद भी गौमाता की यह स्थिति है कोई नहीं देखेगा। इस संबंध में जिससे भी पूछेगे वह मुंह अपना नीचे लटका लेता है। या तो उसने भ्रष्टाचार खाया हुआ है, उन सब लोगों से मेरा यही कहना है कि आप लोग कम से कम इतना करें कि गौमाता के लिये सारे भ्रष्टाचार को एक तरफ कर दें, जितना, जहां करना है कमाना है वो अपनी निजता है।
महाराज बोले- आने वाली पीड़ियों को भोंगना पड़ेगा परिणाम
उन्होंने आगे कहा कि आप लेटिंग बाथरूम, शौचालय, मकान खा लें, लाड़ली योजना खा जाये, लेकिन कम से कम इस गाय के लिये ऐसा कुछ न करें, गाय को क्यों खाना चाहते हैं आप, इसका परिणाम कौन भोगेंगा। ये हमारी आने वाली पीड़ी को भोंगना पड़ेगा। हमारी नपुंसगता की वजह से भोंगना पड़ेगा। ये वो नपुसंग लोग है जो वर्तमान में इस राज्य में सक्षम लोग है, प्रतिनिधित्व कर रहे है, अगर उनके राज्य, उनके शासन में गाय रोती है तो इसका जिम्मेदार यहां का जनप्रतिनिधित्व और शासन, प्रशासन है।
महामंडलेश्वर धर्मेंद्र गिरि ने दी चेतावनी
आज धरना स्थल पर पहुंचे महामंडलेश्वर धर्मेंद्र गिरि महाराज ने कहा कि इसमें जो भी दोषी है जिन्होंने हमारी गाय माता को आज सड़क पर लाकर खड़ा कर दिया है, अगर उन्हें हमारी वाणी समझ में नही आयी तो चुनाव में ऐसी पटखनी देंगे की छठी का दूध याद आ जाएगा। उन्होंने कहा कि बड़ी पीडा हुई ग्वालियर से भोपाल और भोपाल से इंदौर तक लाखों गाय सड़को पर भटक रही है और हजारों गौ माता वाहनों की टक्कर खाकर मृत पडी हुई है और उनकी आंखें तक बाहर निकली हुई है, न उन्हें कोई उठाने वाला है और न कोई उन्हें दफनाने वाला है।
धर्मेंद्र गिरी महाराज ने कहा कि मैं ऐसे प्रशासनिक कार्यों की घोर निंदा करता हूं। जहां प्रशासन की आंखें नहीं खुलती, मैंने अपने 28 घंटे का सफर करने पर देखा कि वास्तविकता यही है कि गायों को सड़क से उठाने में आसानी होती है, गौकसी का कार्य किया जा रहा है, उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश के अंदर भाजपा सरकार में गौकसी होगी तो हम कहां जाएंगे। मैं सरकार को चेतावनी देना चाहता हूं कि ऐसी भूल दोबारा न करें, क्योंकि चुनाव नजदीक है।
तहसीलदार ने कही यह बात
वहीं धरना स्थल पर प्रशासन की ओर से पहुंचे तहसीलदार ने कहा कि महाराज जी की जो मांगे है, उन पर पहले भी शासन और प्रशासन से पत्राचार हुआ है। उस पत्राचार पर अगर कार्यवाही नहीं हुई तो उसके लिये हम स्मरण पत्र जारी करेंगे और जल्द से जल्द उसका हल निकालने का प्रयास करेंगे।
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