मध्यप्रदेश एक ऐसा राज्य जिसे भारत का दिल कहा जाता है। ये राज्य सबसे खूबसूरत है, यहां कई धार्मिक, प्राकृतिक और ऐतिहासिक स्थल मौजूद हैं, जो इतिहास को जोड़ कर रखे हुए है। यहां हर साल देश के साथ साथ विदेश से हजारों पर्यटक घूमने के लिए आते हैं। इन दिनों पर्यटकों की पहली पसंद मध्यप्रदेश बना हुआ है।

ये है मध्यप्रदेश का वाराणसी

दूर-दूर से घूमने आए पर्यटकों को यहां की सभी खूबसूरत जगहों का दीदार करना काफी पसंद है। वहीं आज हम आपको मध्यप्रदेश का वाराणसी के बारे में बताएंगे, इसके बारे में जानकर आपका दिल खुश हो जाएगा। एमपी का महेश्वर मध्य भारत के वाराणसी के रूप में जाना जाता है। यहां पर कई ऐतिहासिक और धार्मिक स्थल मौजूद हैं। यहां का दीदार करने के बाद आप वहां की खूबसूरती में डूब जाएंगे।

शॉपिंग के लिए बेस्ट है ये जगह

नर्मदा नदी के तट पर स्थित महेश्वर प्राचीन में मालवा साम्राज्य की रानी अहिल्याबाई के होल्कर राज्य की राजधानी थी। जिसके कारण से यहां कई इमारतों और सार्वजनिक कार्यों में मराठा वास्तुकला की झलक देखने को मिलती है। आज भी देश से यहां लोग आध्यात्मिक अनुभव लेने पहुंचते हैं। बतादें कि, महेश्वर साड़ियों के उत्पादन के लिए प्रसिद्ध केंद्र है। यहां शॉपिंग के लिए ये जगह सबसे अच्छी मानी जाती है।

यहां जा सकते है घूमने

  • होल्कर फोर्ट महेश्वर
  • मंडलेश्वर महेश्वर
  • राजवाड़ा महेश्वर
  • जलेश्वर मंदिर महेश्वर
  • नर्मदा घाट महेश्वर
  • पंडरीनाथ मंदिर, महेश्वर
  • खरगोन महेश्वर
  • अहिल्येश्वर मंदिर महेश्वर
  • कसरावद महेश्वर
  • अहिल्या किला महेश्वर
  • महेश्वर में शोपिंग

आइए झांकते हैं इतिहास के पन्नों में

महेश्वर मध्य प्रदेश में स्थित भगवान भोलेनाथ को समर्पित एक छोटा सा शहर है। यहां का इतिहास युगों पुराना है। इस जगह का उल्लेख रामायण में भी किया गया है। बता दें कि हैहयवंशी राजा सहस्त्रार्जुन ने महेश्वर की स्थापना की थी। राजा की 500 रानियां थी। जिसका उल्लेख रामायण में किया गया है कि सम्राट सहस्त्रार्जुन इतने शक्तिशाली थे कि वह अपनी हजार भुजाओं द्वारा नंदा नदी की धारा को रोक सकते थे। उन्होंने एक बार रावण को युद्ध में भी हराया था। इसका प्रतिक यहां स्थित रावणेश्वर मंदिर है।

लेकिन इस शहर को जहां से पहचान मिली वो अहिल्याबाई के धार्मिक स्वभाव और बुद्धिमत्ता से। उन्होंने अपने गौरवशाली अतीत के कारण इस जगह को होल्कर राज्य की राजधानी बनाई थी। इंदौर के आखिरी महाराजा राजकुमार शिवाजी राव होलकर का यहां राज था। मराठा वास्तुकला का अद्भुद नमूना यहां के किलों में भी देखने को मिलेगा। महेश्वर के प्रमुख पर्यटक स्थल में शुमार है और पर्यटकों के लिए एक आकर्षण का केंद्र बना हुआ है।

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