उज्जैन। मध्य प्रदेश के उज्जैन में स्थित विश्व प्रसिद्ध महाकाल मंदिर में मंगलवार तड़के भस्म आरती के दौरान 3 बजे कपाट खोले गए। बाबा महाकाल का जल से अभिषेक करने के बाद दूध, दही, घी, शक्कर और फलों के रस से बने पंचामृत पूजन किया गया। इसके बाद भगवान महाकाल का भांग चंदन ड्रायफ्रूट से दिव्य श्रृंगार किया गया।

बाबा महाकाल को भस्म अर्पित कर त्रिपुण्ड, सूर्य और चंद्र अर्पित किया, शेषनाग का रजत मुकुट रजत की मुण्डमाल और रुद्राक्ष की माला के साथ सुगंधित पुष्प से बनी फूलों की माला धारण की। मोगरे और गुलाब के सुगंधित पुष्प अर्पित किये गये। फल और मिष्ठान का भोग भी लगाया।

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बता दें कि श्रावण का महीना चल रहा है। कल 17 जुलाई दूसरे सोमवार पर भगवान श्री महाकालेश्वर पालकी में श्री चन्द्रमोलेश्वर रूप में और हाथी पर श्री मनमहेश के स्वरूप में अपने भक्तों को दर्शन देने और अपनी प्रजा का कुशल-मंगल जानने नगर भ्रमण पर निकले।

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सवारी के निकलने के पूर्व सभामंडप में पूजन-अर्चन मुख्य पुजारी पं. घनश्याम शर्मा द्वारा संपन्न् कराया गया। सर्व प्रथम भगवान श्री महाकालेश्वर भगवान का षोडशोपचार से पूजन-अर्चन किया गया। इसके पश्चात भगवान की आरती की गई।

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