अजय नीमा, उज्जैन। मध्य प्रदेश के उज्जैन में मौजूद एक निजी कॉलोनी में खुदाई के दौरान प्राचीन परमार कालीन अवशेष मिले हैं। यह परमार कालीन अवशेष करीब 1000 से 1100 साल पुराने बताये जा रहे हैं। इसकी जानकारी मिलने के बाद विश्व हिंदू परिषद के कालिदास प्रखण्ड मंत्री कमल पंड्या और सीनियर रिसर्च फेलो यूजीसी आक्रियोलॉजिस्ट शुभम केवलिया मौके पर पहुंचे।

जानकारी के मुताबिक, शहर के तिरूपति पैराडाइज़ 30 कॉलोनी से यह प्राचीन परमार कालीन अवशेष मिलें है। यह शहर के श्री महाकालेश्वर मंदिर से करीब डेढ़ किलोमीटर दूरी पर मौजूद है। फेलो यूजीसी आर्कियोलॉजिस्ट शुभम केवलिया ने बताया कि यह 10वीं और 11 वीं शताब्दी के परमार कालीन मंदिर के अवशेष हैं। वहीं पुराविद विक्रम विश्वविद्यालय के रमण सोलंकी ने भी अवशेषों के परमार कालीन होने की पुष्टि की है।

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खुदाई में मिलें अवशेष –

  • नंदी की प्रतिमा है जो कि परमार काल की कला से अलंकृत है।
  • मंदिर के शिखर का भाग जिसे मंजरी कहा जाता है मिला है।
  • बाकी मंदिर के अधिष्ठान के हिस्से है।

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गौरतलब है कि तिरूपति पैराडाइज़ 30 कॉलोनी में जहां अवशेष मिले है वह प्लाट एक ज्वेलर का बताया जा रहा है। कॉलोनी के चौकीदार के मुताबिक करीब 4 से 5 दिन पहले कॉलोनी में सुनील सोनी के घर में खुदाई की जा रही थी इसी दौरान यह अवशेष मिले है। वहीं विश्व हिन्दू परिषद ने प्रशासन से इस जगह को सील कर जांच करने की मांग की है।

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