अजय नीमा, उज्जैन। मध्य प्रदेश के उज्जैन में स्थित विश्व प्रसिद्ध महाकालेश्वर मंदिर में महाशिवरात्रि का पर्व बड़ी ही हर्षोल्लाह से बनाया जा रहा है। बाबा महाकाल अलग-अलग रूपों में अपने भक्तों को दर्शन दे रहे हैं। इंदौर से आए कलाकार महाकाल मंदिर परिसर में शिव-पार्वती की आकर्षक रंगोली बना रहे हैं।

भगवान शिव और पार्वती का विवाह उत्सव को लेकर इंदौर के कलाकार और विक्रम विश्वविद्यालय के छात्र-छात्रा मंदिर प्रांगण में शिव और पार्वती की रंगोली बनाने का कार्य एक दिन पहले से ही शुरू कर दिया है। महाकालेश्वर मंदिर प्रांगण में यह आकर्षक रंगोली बनाई जा रही है, जो कल महाशिवरात्रि के दिन बनकर तैयार होगी।

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शिव-पार्वती विवाह

माता पार्वती के कठोर तप के बाद जब भगवान शिव विवाह के लिए राजी हुए थे, तब भगवान शिव और माता पार्वती के विवाह के दिन फाल्गुन मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि पड़ी थी। इस तिथि को हिंदू धर्म में भगवान शिव और माता पार्वती के महामिलन के उत्सव के रूप में मनाया जाता है। इस तिथि के दिन महादेव और माता पार्वती का विवाह हुआ था, इसलिए इस दिन का महत्व और ज्यादा बढ़ गया। कथाओं में वर्णन है कि इस दिन जो कोई भी सच्चे मन और भाव से शिवलिंग पर जल अर्पित करता है और अपनी सामर्थ्य और शक्ति के अनुसार व्रत और पूजन करता है, भगवान शिव उसकी हर एक मनोकामना को पूरी करते हैं।

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