नासिर बेलिम,उज्जैन। उज्जैन के विश्व प्रसिद्ध महाकालेश्वर मंदिर में वर्ष में 1 दिन ऐसा आता है, जब भस्म आरती की परंपरा पर विराम लग जाता है. यहां सुबह 4 बजे होने वाली भस्मारती बुधवार को नहीं हुई. दरअसल परंपरा अनुसार महाशिवरात्रि के दूसरे दिन बाबा महाकाल की भस्म आरती दोपहर में होती है.

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यही कारण है कि रोजाना सुबह होने वाली भस्मारती बुधवार सुबह नहीं हो सकी. रात भर महाकालेश्वर मंदिर में बाबा महाकाल के दर्शन होते रहे. सुबह 4 बजे भस्म आरती की बजाय बाबा महाकाल का पंचामृत अभिषेक हुआ. जिसमें दूध दही घी सुगंधित द्रव्य के साथ भांग से लेपन किया गया. भक्तों ने भस्म आरती के बजाय बाबा का पंचामृत अभिषेक देखा.

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बता दें कि बाबा महाकाल की भस्म आरती बुधवार को दोपहर में होगी. वहीं भूत भावन बाबा महाकाल को सेहरा बांधा गया है, उन्हें दूल्हे की तरह तैयार किया गया है. आज भक्त बाबा का सेहरा लूटेंगे. साल में एक बार दोपहर 12 बजे होने वाली भस्म आरती आज होगी.

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