अजय नीमा,उज्जैन। मध्यप्रदेश के उज्जैन जिले में क्षिप्रा नदी में नाले का गंदा पानी मिलने के मामले में प्रशासन ने बड़ी कार्रवाई की है। प्रशासन ने इसे गंभीर लापरवाही मानते हुए अधिकारियों को बर्खास्त कर दिया है।

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बता दें कि लल्लूराम डॉट काम ने इस खबर को प्रमुखता के साथ प्रकाशन कर शासन-प्रशासन का ध्यान आकृष्ट कराया था। लल्लूराम डॉट काम ने “नाले की दीवार टूटीः रामघाट पर शिप्रा नदी में मिला गंदा पानी, श्रद्धालुओं को स्नान करने में हुई परेशानी, कांग्रेस ने बताया प्रशासन की लापरवाही” शीर्षक से समाचार का प्रकाशन किया था। समाचार प्रकाशन के बाद जिला प्रशासन हरकत में आया है। इस मामले को संज्ञान में लेते हुए कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम ने निगम आयुक्त एवं स्मार्ट सिटी के कार्यकारी निर्देशक रोशन कुमार सिंह, स्मार्ट सिटी के कार्यपालन यंत्री मनीष जैन को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। रविवार को हरसिद्धि पाल के पास चेंबर के ओवरफ्लो होने के कारण सीवर का पानी क्षिप्रा नदी में मिलने से नदी का जल दूषित हो गया था। उस दिन गंगा दशहरा होने के कारण बड़ी सख्या में श्रद्धालु स्नान करने पहुंचे थे।

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