अजय नीमा, उज्जैन। आज सावन का सातवां सोमवार और नागपंचमी का संयोग हैं। मध्य प्रदेश के उज्जैन में महाकाल की भस्मारती में बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ा है। विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग बाबा महाकालेश्वर के धाम में शिखर के तीसरे खण्ड में प्रतिमा रूप में विराजमान नागचंद्रेश्वर के पट रात 12:00 बजे खोले गए। मंदिर के पट खुलने के बाद सर्वप्रथम पंचायती महानिर्वाणी अखाड़े के महंत विनीतगिरी महाराज ने विधि-विधान से नागचंद्रेश्वर भगवान का पूजन अर्चन किया।

श्री नाग चंद्रेश्वर की प्रतिमा के पूजन के पश्चात श्री नागचंद्रेश्वर के शिवलिंग का पूजन और अभिषेक किया गया। पूजन अर्चन के बाद भगवान नागचंद्रेश्वर के दर्शन आम दर्शनार्थियों के लिए खोल दिए गए। साल में एक बार खुलने वाले भगवान श्री नागचंद्रेश्वर के दर्शन के लिए 20 अगस्त की शाम से ही कतार में लगकर श्रद्धालु पट खुलने का इंतजार कर रहे।

इस अवसर पर मंदिर प्रबंध समिति के अध्यक्ष और कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम, नगर निगम आयुक्त रोशन कुमार सिंह, प्रशासक संदीप कुमार सोनी, समिति सदस्य राजेंद्र शर्मा ‘गुरु ‘और अन्य वरिष्ठ प्रशासनिक और पुलिस अधिकारी मौजूद थे।

शाम को निकलेगी महाकाल की सवारी

श्री महाकालेश्वर भगवान की सवारी निकलने के पूर्व श्री महाकालेश्वर मंदिर के सभामंडप में भगवान श्री चन्द्रमोलेश्वर का विधिवत पूजन-अर्चन होगा. उसके पश्चात भगवान श्री चन्द्रमोलेश्वर पालकी में विराजित होकर नगर भ्रमण पर निकलेंगे. मंदिर के मुख्य द्वार पर सशस्त्र पुलिस बल के जवानों द्वारा पालकी में विराजित भगवान को सलामी दी जाएगी।

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