राकेश चतुर्वेदी, भोपाल। शिक्षण संस्थानों में चल रहे विवादों के बीच राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत (Rashtriya Swayamsevak Sangh chief Mohan Bhagwat) का बड़ा बयान सामने आया है. संघ प्रमुख ने कहा कि शिक्षा ऐसी हो कि उपयोगी तत्व बनें, उपद्रवी तत्व न बनें. शिक्षा के लिए अनुशासन में रहना बहुत जरूरी है, तभी अच्छी शिक्षा ग्रहण की जा सकती हैं.
उज्जैन में विद्या भारती के स्कूल का लोकार्पण करते हुए संघ प्रमुख भागवत ने यह बयान दिया. आगे उन्होंने कहा कि शिक्षा ऐसी होनी चाहिए कि छात्रों की उन्नति हो और देश की उन्नति हो. संघ प्रमुख ने कहा कि शिक्षा में शिक्षकों का प्रशिक्षण बहुत महत्वपूर्ण है. शिक्षा के लिए अनुशासन में बांधना भी पड़ता है. आठ साल की उम्र के बाद अनुशासन जरूरी है. विद्याभारती ऐसी ही शिक्षा दे रही है.
बता दें कि संघ प्रमुख मोहन भागवत 19 फरवरी से उज्जैन दौरे पर हैं. अपने दौरे के अंतिम दिन मंगलवार को उन्होंने विद्या भारती के नए प्रशिक्षण केंद्र का लोकार्पण किया. जानकारी के अनुसार विद्या भारती ने 22 करोड़ रुपए खर्च कर प्रशिक्षण केंद्र का निर्माण किया है. इसका नाम सम्राट विक्रमादित्य भवन रखा गया है. इस भवन में संगठन का प्रांतीय कार्यालय भी संचालित होगा.
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