प्रदीप मालवीय, उज्जैन। मध्यप्रदेश के उज्जैन शहर में दिल दहलाने वाली घटना सामने आई है। बीच सड़क एक व्यक्ति जिंदा जल गया। मौत से पहले चिल्लाता रहा कि मुझे बचा लो, अस्पताल ले चलो, मुझे पुलिस वाले ने जला दिया। घटना बीती रात फाजलपुरा में कन्हैया परिसर के सामने 9 बजे की है। गंभीर अवस्था में उसे जिला अस्पताल से इंदौर रेफर किया गया था, जहां आज सुबह उसने दम तोड़ दिया। मृतक आसिफ पेंटर उज्जैन गांधीनगर का रहने वाला था। अभी तक इस मामले में यह स्पष्ट नहीं हो सका है कि युवक ने स्वयं आग लगाई या किसी ने ज्वलनशील पदार्थ डालकर हत्या कर दी।
मामले से जुड़े जो तथ्य सामने आया है उसके अनुसार आसिफ पेंटर चिमनगंज मंडी थाने के पुलिसकर्मियों के साथ बहुत समय से जुड़ा था। वह हर तरह का काम करता था। बताया जा रहा है कि शुक्रवार को चिमनगंज थाने के आरक्षक रवि चौहान को लोकायुक्त ने 25 हजार रुपए की रिश्वत लेते थाने से ही गिरफ्तार किया था। लोकायुक्त ने इस रिश्वत मामले में 25 हजार रुपए जब्त नहीं किए थे क्योंकि रिश्वत के रुपए थाने के आरक्षक रवि कुशवाह ने आगजनी में घायल आसिफ पेंटर को देकर भगा दिया था। रवि कुशवाह के हाथ नोट से रंगा गए थे, इस आधार पर लोकायुक्त ने मामला दर्ज कर लिया था।
रिश्वतकांड मामले में तीन अन्य पुलिसकर्मियों के भी नाम सामने आए थे। लोकायुक्त ने यह बात कही थी। सूत्रों की माने तो लोकायुक्त ने आसिफ से पूछताछ भी कर ली थी, लेकिन 25 हजार रुपए बरामद नहीं कर पाई थी। इस बीच आसिफ को बीच बाजार जलता पाया गया या किसी अज्ञात ने उसकी जलाकर हत्या कर दी। बीच सड़क पर स्वयं आसिफ भी चिल्ला रहा था कि मुझे बचा लो, मुझे पुलिस वाले ने जला दिया। आसिफ के यही बयान मृत्यु पूर्व बयान हो सकते है। यह मामला बहुत गंभीर हो सकता है। पूरे मामले में जांच के बाद ही आगे की कार्रवाई स्पष्ट होगी। जानकारी अभिषेक आनंद, एएसपी ने दी।
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