अजय नीमा, उज्जैन। मध्यप्रदेश के उज्जैन जिले के तराना क्षेत्र में आज प्रशासन ने बिना नोटिस के एक किसान के फसल को जेसीबी से नष्ट कर दिया। जिससे आहत होकर किसान ने कीटनाशक दवाई पी ली। पीड़िता किसान को गंभीर हालत में जिले के तेजनकर हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है। परिजनों ने अधिकारियों पर राजनीतिक संरक्षण प्राप्त दबंगों के कहने पर कार्रवाई करने का आरोप लगाया है।
दरअसल, जिले के तराना तहसील से महज कुछ दूरी पर स्थित निपनिया रोड पर आरा मील के पीछे किसान नरेंद्र ठाकुर की जमीन है। जिसका कुछ हिस्सा सरकारी जमीन पर है। वहीं करोड़ों रुपए की लागत से कॉलेज का निर्माण होना है। जिसका दो महीने पहले प्रभारी मंत्री और सांसद अनिल फिरोजिया ने भूमिपूजन किया था। तराना के स्थानीय प्रशासनिक अधिकारी द्वारा किसान को बिना नोटिस दिए आज फसल पर जेसीबी चलवाकर नष्ट करवा दिया। पीड़ित किसान से मौके पर मौजूज तहसीलदार डीके वर्मा और अन्य अधिकारियों ने फसल नष्ट नहीं करने को लेकर विनती करता रहा, लेकिन उन्होंने किसान की नहीं सुनी।
जिसके बाद पीड़ित किसान ने अधिकारियों के सामने ही कीटनाशक दवाई पी लिया। तबियत बिगड़ने से परिजन उसे तराना सिविल अस्तपाल ले गए, जहां से पीड़ित को उज्जैन रेफर कर दिया, जहां तेजनकर अस्पताल में उनका इलाज जारी है। किसान जिंदगी और मौत के जंग लड़ रहा है। परिजन ने प्रशासनिक अधिकारी पर आरोप लगाते हुए बताया गया कि प्रसासन द्वारा राजनीतिक संरक्षण प्राप्त दबंगो के कहने पर कार्रवाई को अंजाम दिया है। अगर कोई घटना घटित होती है जिसकी समस्त जवाबदारी तराना पुलिस और प्रशासन की रहेगी।
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