अजय नीमा, उज्जैन। धार्मिक नगरी उज्जैन में आज सुबह मंदिर में बाबा महाकाल के दर्शनों का लाभ भले ही हजारों श्रद्धालुओं ने लिया हो, लेकिन श्रावण मास के चौथे सोमवार पर बाबा महाकाल आज भक्तों को दर्शन देने के लिए श्री चंद्रमौलेश्वर, श्री मनमहेश, श्री शिव तांडव के साथ ही उमा महेश स्वरूप में दिखाई दिए। ऐसी मान्यता है कि बाबा महाकाल उज्जैन नगरी के राजा हैं और प्रजा का हाल जानने के लिए नगर भ्रमण पर निकलते हैं, इसलिए शाम चार बजे बाबा महाकाल की सवारी षोडशोपचार पूजन अर्चन के बाद महाकाल मंदिर से शुरू हुई।

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महाकालेश्वर मंदिर से शुरू होकर सवारी के परंपरागत मार्गों से होती हुई रामघाट पहुंचेगी, जहां बाबा महाकाल का शिप्रा के जल से पूजा अर्चना करने के साथ यह सवारी पुन: विभिन्न मार्गों से होती हुई गोपाल मंदिर पहुंचेगी। जहां भगवान हरि और हर के मिलन के साथ भगवान का पूजन अर्चन किया जाएगा और यह सवारी पुन: भक्तों को दर्शन देते हुए श्री महाकालेश्वर मंदिर पहुंचेगी।

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वही सवारी में पहुंचे महामंडलेश्वर अतुलेशानंद महाराज ने कहा कि आज बाबा महाकाल की सवारी में 10 लाख से अधिक श्रद्धालु बाबा के दर्शन करने पहुंचे। वहीं कुछ विधर्मीओ  ने सवारी को लेकर चैलेंज दिया था उस चैलेंज को स्वीकार कर 10 लाख सनातनी यहां पहुंचे हैं और माताएं बहने बाबा महाकाल पर पुष्प वर्षा कर रही है और खूब आनंद आ रहा है जैसे बाबा महाकाल स्वयं कैलाश  छोड़कर हमें दर्शन देने पहुंचे ऐसी आनंद की अनुभूति हो रही है इससे बड़ा सौभाग्य हमारे लिए और कुछ नहीं है। 

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