नासिर बेलीम, उज्जैन। उज्जैन में एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है. चाय की दुकान पर काम करने वाले युवक के बैंक खातों में तीन माह में पांच करोड़ का लेनदेन हुआ है. उसके एवज में युवक को 15 से 20 हजार रुपए भी मिलते थे. पुलिस मामले की जांच में जुट गई है. वहीं इस मामले में एक आरक्षक पर भी गाज गिरी है.
उज्जैन में एक गरीब परिवार से आने वाले युवक के बैंक खाते में लेनदेन का मामला सुर्खियों में बना हुआ है. राहुल मालवीय नामक युवक के बैंक अकाउंट में तीन माह के अंदर पांच करोड़ रुपए आए और बाद में निकाल भी लिया गया. पैसा एटीएम और चेक के माध्यम से निकाल लिया जाता था. इस सब के लिए राहुल को 15 से 20 हजार रुपए हर महीना मिलता था. राहुल ने इसी पैसों से करीब 25 लाख का मकान भी खरीद लिया था. जब बैंक ने राहुल के खातों में लगातार लाखों रुपए आने पर उसे टोका तो राहुल घबरा गया और पुलिस के पास मदद के लिए गया, लेकिन पुलिसवाले भी राहुल को मोहरा बनाकर पैसे ऐंठना चाहा। वहीं जिन लोगों के द्वारा पैसे डाले जाते थे वह भी उज्जैन आए और पुलिस की मदद से राहुल के मकान को अपने नाम करवा लिया. राहुल ने पुलिस की कार्यशैली को लेकर मुख्यमंत्री हेल्पलाइन पर शिकायत की. जिसके बाद पुलिस अधीक्षक उज्जैन सत्येंद्र कुमार शुक्ल ने एक आरक्षक को तत्काल सस्पेंड कर दिया.
इस मामले में राहुल ने पुलिस को जानकारी दी कि कुछ माह पहले छत्तीसगढ़ के सत्यप्रकाश नामक शख्स ने उसकी चाय की दुकान पर मुलाकात की थी. उसने राहुल को इंदौर के कुछ लोगों से मिलवाया और सोशल मीडिया पर फनी वीडियो डालने का काम दिया. 7 दिनों तक उसे इंदौर में रखकर इस पूरे काम की ट्रेनिंग भी दी. जिसके बाद राहुल के बैंक खाते खुलवाए गए और उन खातों के एटीएम-चेक बुक को खुद अपने पास रख लिया. फिलहाल, एसपी ने इस मामले की जांच के लिए माधव नगर CSP को जिम्मेदारी दी गई, अब पुलिस राहुल के खातों में आने वाले रुपए की जांच कर रही है.
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