अजय नीमा, उज्जैन। देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और प्रदेश के मुखिया सीएम शिवराज सिंह चौहान छोटे दुकानदारों के लिए कई योजनाएं चला रहे व उन्हें ऋण उपलब्ध करवा रहे हैं, उन्हें आत्मनिर्भर बनाने की बात कहीं जा रही है। तो वहीं उज्जैन में इसके उलट एक अलग ही नजारा देखने को मिला। 

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दरअसल महाकाल लोक बनने के बाद से ही उज्जैन में व्यापार में बढ़ोतरी और लोगों को रोजगार मिला है। लेकिन यहां इसका उल्टा नजर होता हुआ आ रहा है।  महाकाल मंदिर के बाहर हारफूल व प्रसाद की दुकान लगाने वाले 50 से अधिक दुकानदारों को महाकाल मंदिर की सिक्योरिटी कंपनी क्रिस्टल की QRT टीम के गार्ड द्वारा सामानों को फेंक दिया गया तो कुछ को जब्त कर लिया गया है।  

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मंदिर के बाहर दुकान लगाने वाले छोटे दुकानदारों का आरोप है कि सिक्योरिटी गार्ड दुकानदारों से पैसो की मांग करते हैं। यदि रुपए नहीं देते हैं तो दुकान नहीं लागने देते हैं। जिससे कि दुकानदारों के परिवार पर आर्थिक संकट का खतरा मंडरा रहा है। दुकानोंदारो ने बताया कि जब से संदीप सोनी महाकाल मंदिर के प्रशासक बने है, तब से ही QRT टीम उन्हें परेशान कर रही है। वे लोग उन्हें दुकान नहीं लगाने दे रहे है, जिससे उनके ऊपर खाने का संकट आ गया। पीड़ित दुकानदारों ने कहा कि उनके पास अब आत्महत्या करने के आलवा कोई दूसरा रास्ता नही है । यदि हम यह कदम उठाते है इसकी समस्त जवाबदारी मन्दिर प्रशासक सन्दीप सोनी की होगी ।

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