संजय विश्वकर्मा, उमरिया। मध्य प्रदेश के उमरिया जिले (Umaria District) के बांधवगढ़ टाईगर रिजर्व (Bandhavgarh Tiger Reserve) के पनपथा क्षेत्र अंतर्गत ग्राम झाल से लगे जंगल में मवेशी चरा रहे एक शख्स को आदमखोर बाघ ने हमला कर मौत के घाट उतार दिया था। जिसके बाद से इलाके में दहशत फैली हुई थी। लोगों का अपने घरों से निकलना दूभर हो गया था। वहीं घटना के बाद से लगातार निगरानी कर रहे वन अमला के द्वारा आखिरकार आदमखोर बाघ का रेस्क्यू कर लिया गया है। बाघ को रेस्क्यू कर बांधवगढ़ के बहेरहा इनक्लोजर में शिफ्ट किया गया। जिसके बाद इलाके के लोगों ने राहत की सांस ली। 

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बता दें कि करीब हफ्तेभर पहले 22 मार्च की सुबह आदमखोर बाघ ने वहीं के रहने वाले 46 वर्षीय नत्थू पिता देवीदीन पाल पर हमला कर मौत के घाट उतार दिया था। जिसके बाद से ही ग्राम झाल सहित आसपास के कई गांव दहशत में जी रहे थे। वहीं इस घटना के बाद उसकी लोकेशन गांव के आसपास ही बनी रही थी। इतना ही नहीं बल्कि उसके एक दिन बाद  फिर गांव में घुसकर मवेशी को निशाना बनाया था। तभी से वन अमला सतर्क था और इसकी लोकेशन को हाथी आदि की मदद से ट्रैक भी कर रहा था। जिसके बाद बाघ को रेस्क्यू करने में वन विभाग की टीम ने सफलता पाई। 

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वन विभाग की मानें तो पनपथा कोर के इस क्षेत्र में टाइगर की लोकेशन अधिकांशतः बनी रहती है। परंतु ये बाघ ग्रामीणों को कोई नुकसान नहीं पहुचाते है। फिर भी ग्रामीणों को बाघ वाले क्षेत्र से सतर्क रहने की जरूरत है।

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